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घर में शराब छिपाने के लिए युवक ने ढूंढा अनोखा ठिकाना, पुलिस का चकरा गया माथा- इस तरह खुला जगह का राज़

बता दें कि पुलिस ने शराब की तलाश में इंटरलाकिंग ईंट उखाड़ के देखी। काफी तलाश के बाद एक घर के बाहर बनी पटिया के नीचे खोदने पर कच्ची शराब बरामद हुई। इसके बाद अंदर जाकर देखा तो 450 किलोग्राम लहन बरामद हुआ। पुलिस ने छापेमारी के दौरान 30 लीटर कच्ची शराब बरामद की। छापेमारी के बाद मुहल्ले में अफरा-तफरी मच गई।

By vivek sikarwar Edited By: Mohammed Ammar Updated: Fri, 11 Oct 2024 10:00 PM (IST)
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कार्रवाई के दौरान 450 किलोग्राम लहन किया गया नष्ट
जागरण संवाददाता, औरैया। आबकारी टीम ने कोतवाली पुलिस के साथ पछइयां बस्ती में छापेमारी की। इस दौरान काफी तलाशी के बाद एक घर के बाहर बनी पटिया के नीचे से पुलिस को शराब मिली। जिसे कब्जे में ले लिया। वहीं छपेमारी के दौरान मिले लहन को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।

मौके से भाग गए आरोपी 

त्योहार को लेकर आबकारी विभाग के निरीक्षक पदम प्रकाश व कोतवाली की निझाई चौकी प्रभारी तन्मय चौधरी ने पुलिस फोर्स के साथ शहर स्थित पछइयां बस्ती में अचानक छापेमारी कर दी। पुलिस की छापेमारी की जानकारी होने पर हर बार की तरह आरोपित मौके से फिर भाग गए।

पटिया के नीचे छिपा रखी थी शराब 

पुलिस ने शराब की तलाश में इंटरलाकिंग ईंट उखाड़ के देखी। काफी तलाश के बाद एक घर के बाहर बनी पटिया के नीचे खोदने पर कच्ची शराब बरामद हुई। इसके बाद अंदर जाकर देखा तो 450 किलोग्राम लहन बरामद हुआ। पुलिस ने छापेमारी के दौरान 30 लीटर कच्ची शराब बरामद की।

छापेमारी के बाद मुहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मुहल्ले के लोगों की भीड़ जुट गई। आबकारी निरीक्षक पदम प्रकाश ने बताया कि शराब को बरामद किया गया है। मौके पर मिले लहन को नष्ट कर दिया गया है। मामले में दो मुकदमा दर्ज कराया गया है। जांच कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

हत्या के मामले में दोषी को आजीवन कारावास

जागरण संवाददाता, औरैया : अपर सत्र न्यायाधीश (प्रथम) विकास गोस्वामी ने थाना बिधूना क्षेत्र के 25 वर्ष पुराने हत्या के मामले में अभियुक्त धर्मा उर्फ धर्म सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। उस पर 20 हजार रुपये अर्थदंड भी लगाया। अभियोजन पक्ष की भोर से पैरवी कर रहे सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता चंद्रभूषण तिवारी ने बताया कि वादी सुनील कुमार ने रिपोर्ट लिखाई।

उसमें लिखा कि उसके बाद एक जीप कमांडर निजी कार्य के लिए थी। 26 सितंबर 1999 को नवीन बस्ती बिधूना निवासी गोपी चौहान दो अज्ञात लोगों के साथ उसके पास आए, उन्हें अपना रिश्तेदार बताया। एक व्यक्ति धर्म सिंह ने कहा कि उसकी पत्नी बहुत बीमार है। इसलिए उसे ससुराल खजुनियापुर, ककवन पहुंचकर मरीज को कानपुर ले जाना है।

मजबूरी समझते हुए वादी ने जीप कार चालक महेश चंद्र पुत्र दुलारे लाल निवासी लज्जा नगर, हरचंदापुर थाना ऐरवाकटरा के साथ गोपी को सुपुर्द कर दी। दूसरे दिन फोन आया कि मरीज को लेकर हम कानपुर से लखनऊ जा रहे हैं। वादी लगातार गाड़ी वापसी का इंतजार करता रहा। लेकिन गाड़ी वापस नहीं आई। तब वादी ने रिपोर्ट लि

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