Auraiya Flood: बाढ़ ग्रस्त जिले औरैया पहुंचे सीएम योगी, बोले- 21 जनपद बाढ़ से प्रभावित, तेजी से चल रहे राहत कार्य
Auraiya Flood उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के लिए औरैया पहुंच गए हैं। ककोर मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा हर तरह से पीड़ितों को मदद की जाएगी। अब यमुना का जलस्तर कम हो रहा है। हर तरह से मदद के लिए अधिकारियों से कहा गया है।
जागरण संवाददाता, औरैया। Auraiya Flood: बाढ़ से निपटने और प्रभाावित लोगों को राहत के लिए समीक्षा बैठक के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ खुद ग्राउंड जीरो पर उतरे हैं। मंगलवार को सीएम औरैया पहुंचे। वहां पर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। उन्हें राहत सामग्री भी दी। इसके बाद लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में पीड़ितों तक मदद पहुंचानी अधिकारियों की जिम्मेदारी है। सरकार हर तरह से मदद कर रही है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लाभार्थियों को चेक वितरण किया। उन्होंने बताया कि पांच हजार से अधिक परिवार यमुना नदी के बाढ़ के कारण प्रभावित हुए हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान में चंबल से जल छोड़ने की वजह से जलस्तर बढ़ा जिससे बाढ़ की स्थिति बनी। यमुना का जलस्तर बाढ़ के खतरे के निशान से साढ़े चार मीटर ऊपर पहुंचा। जिसकी वजह से आगरा, इटावा, औरैया और जालौन सहित यमुना के तटवर्ती के क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित हुआ।
सीएम ने कहा, इन क्षेत्रों में बाढ़ प्रभावित को सहायता और आर्थिक मदद के लिए सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है। पीएसी, एनडीआरएफ को तैनात किया गया। सभी यूनिट बाढ़ कार्यों का निरीक्षण करके राहत देने काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा, प्रत्येक जनपद में कंट्रोल रूम, बाढ़ चौकी, नौका, ब्रेक फास्ट, भोजन, पशुओं के चारे की व्यवस्था की गई है। जो घरों में हैं उन्हें सूखा अनाज की किट भेजी गई है। आलू, आटा, चावल, तेल सहित अन्य सूखा सामग्री दी जा रही है।
सीएम ने कहा, जनहानि होने पर परिवार को चार लाख रुपये की सहायता, मकान बह जाने पर मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत घर देने की व्यवस्था, पशुओं की हानि होने पर उसकी भी आर्थिक मदद की व्यवस्था की गई है।
उन्हाेंने कहा, मैं खुद राहत कार्यों का निरीक्षण करने आया हूं। विश्वास है शीघ्र सभी को उनके घरों तक पहुंचाने में सफल होंगे। अभी सतर्कता बरतनी होगी। इसके लिए प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए हैं। बाढ़ का खतरा अक्टूबर तक रहता है। सरकार हर पीड़ित के साथ है। हर संभव सहायता करेगी।
चेक बांटा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को औरैया कलेक्ट्रेट में बाढ़ से प्रभावित लोगों में राहत सामग्री का वितरण किया। सीएम ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक भी वितरित किया। सीएम योगी ने कहा कि पिछले 10-15 दिन के अंदर अत्यधिक बरसात के कारण उत्तर प्रदेश के 21 जनपद बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निरीक्षण और राहत कार्यों की समीक्षा के साथ-साथ प्रभावी ढंग से सकुशल संचालन करने के लिए हर जनपद में प्रभारी मंत्रियों की तैनाती की गई है। मंत्री अपनी देखरेख में जिला व पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर बाढ़ राहत कार्यों को तेजी से आगे बढ़ा रहे है।
बाढ़ प्रभावित जनपदों में कार्य कर रही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पीएसी फ्लड यूनिट
सीएम योगी ने कहा कि इन सभी क्षेत्रों में बाढ़ राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने और पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने अपने स्तर पर पीएसी की फ्लड यूनिट, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ को तैनात किया है। वर्तमान में भी अलग-अलग क्षेत्रों में इन सभी की यूनिट बाढ़ कार्यों का निरीक्षण कर राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। एनडीआरएफ की 16, एसडीआरएफ की 18 तथा पीएसी फ्लड यूनिट की 31 टीमें बाढ़ प्रभावित जनपदों में कार्य कर रही हैं। सभी 21 जनपदों में 1250 से अधिक नौकाओं की व्यवस्था की गई है, जिसके माध्यम से नागरिकों के आवागमन को सुचारू बनाने का कार्य किया गया है
औरैया के 12 राजस्व गांव के 5000 से अधिक परिवार प्रभावित
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना नदी में बाढ़ के कारण औरैया के 12 राजस्व गांव में 5000 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। राजस्थान में चंबल नदी के धौलपुर आदि से जल छोड़ने के कारण बाढ़ की यह स्थिति पैदा हुई है। सामान्यतः यमुना जी में खतरे का निशान 113 मीटर है, लेकिन जलस्तर उससे भी साढ़े चार मीटर ऊपर पहुंचने के कारण यह स्थिति पैदा हुई, जिससे आगरा, इटावा का आंशिक क्षेत्र, औरैया, जालौन समेत यमुना जी के तटवर्ती क्षेत्रों में ऐसे हालात हैं। इससे बलिया तक का क्षेत्र भी प्रभावित होता गया।
सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही किट
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्याप्त नौकाओं की व्यवस्था के साथ ही प्रदेश व जनपद स्तर पर कंट्रोल रूम, हर गांव में बाढ़ चौकी व राहत कार्यों के तहत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए लोगों को ब्रेकफास्ट, दोपहर व रात का भोजन, शुद्ध पेयजल, पशुओं के चारे की व्यवस्था की गई है। जो लोग घरों में सुरक्षित रह सकते हैं, उन्हें सूखा राहत किट भी उपलब्ध कराई गई है। किट में 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, दो किलो दाल, एक किलो तेल, नमक, मसाले, डिग्निटी किट, बरसाती आदि देने की कार्रवाई की जा रही है।
बाढ़ राहत बचाव के लिए युद्ध स्तर पर लगाई गई हैं टीमें
सीएम योगी ने कहा कि जनहानि होने पर परिवार को आपदा राहत कोष से चार लाख रुपये, किसी परिवार का मकान बहने या नदी में विलीन होने पर मुख्यमंत्री आवास योजना से आच्छादित करने की कार्रवाई भी की जा रही है। पशुधन की हानि पर मुआवजा दिया जा रहा है। जगह-जगह स्वास्थ्य शिविर भी स्थापित किए गए हैं। इस सीजन में एंटी रैबीज वैक्सीन, सांप के काटने पर एंटी स्नेक वेनम की भी व्यवस्था सीएचसी, जिला अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराए गए हैं। सांप, बिच्छू, कुत्ते या जंगली जानवरों के काटने के कारण किसी भी आपदा में बचा सकें। बाढ़ राहत बचाव के लिए युद्ध स्तर पर टीमें लगाई गई हैं। प्रत्येक जिला प्रशासन को युद्ध स्तर पर कार्य को बढा़ने के निर्देश दिए गए हैं।
हर बाढ़ पीड़ित के साथ है सरकार की संवेदना, सीएम की अपील- अलर्ट मोड में रहें नागरिक
सीएम ने कहा कि सरकार की संवेदना हर बाढ़ पीड़ित के साथ है। सरकार हर सहयोग करेगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि जिन किसानों की फसल को नुकसान हुआ है। उसके सर्वेक्षण के भी आदेश दिए गए हैं। रिपोर्ट आते ही तत्काल मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा। सीएम ने नागरिकों से अपील की कि अभी अगस्त का प्रथम सप्ताह है, इसलिए अलर्ट मोड पर रहना होगा, क्योंकि बाढ़ की आशंका सितंबर तक बनी रहती है। सीएम ने आश्वस्त किया कि सरकार व प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ खड़ी है और हरसंभव सहायता के लिए मजबूती से कार्य करेगी।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चेक भी वितरित किया
मुख्यमंत्री ने औरैया के अस्ता मुस्तकिल के सुभाष चंद्र व देवीदयाल, अजीतमल तहसील के फरिहा गांव के सुधी सिंह, जगत नारायण को कृषि अनुदान का चेक दिया। दैवीय आपदा से प्रभावित चपटा गांव की शशि देवी, लक्ष्मी देवी, सैदपुर की प्रियंका देवी, क्योंटरा की रोली देवी (उनके पति विनोद ने सर्टिफिकेट प्राप्त किया) व शिवप्रकाश को मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत सर्टिफिकेट प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने भरसेन गांव के सत्तार अली के निधन पर उनकी पत्नी सितारा बानो, ग्राम सलैया की भीखा देवी के निधन पर उनके पति मुन्नीलाल तथा जयकरन का पूर्वा गांव की शिखा की मां सुधा को चार-चार लाख रुपये का चेक प्रदान किया।
यमुना नदी का जलस्तर 112.85 मीटर पर पहुंच गया जो चेतावनी बिंदु 112 मीटर से 0.85 मीटर ऊपर है। इस बीच, 20 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं, जिनमें सिकरोड़ी, बडेरा, गोहानी कलां, जुहीखा, फरिहा, असेवा, बीझलपुर, बड़ी गूंज, क्योटरा, अस्ता और मई शामिल हैं। जल स्तर कम होने के बाद कच्चे घरों के गिरने और कीड़े-मकोड़ों के बढ़ते खतरे ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। फसल के नुकसान का सर्वेक्षण भी शुरू हो गया है, क्योंकि सैकड़ों एकड़ फसल के नुकसान का अनुमान है।
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