Air India : जयपुर से अयोध्या आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में बम की सूचना, यात्रियों में मची खलबली
बम की सूचना मिलने के बाद जैसे ही प्लेन लैंड हुआ तो एयरपोर्ट अथाॅरिटी के अधिकारियों के साथ पुलिस के भी उच्चाधिकारी एयरपोर्ट पहुंच गए हैं। विमान के यहां लैंड करने के बाद सीआइएसएफ के जवानों ने तत्काल विमान को सुरक्षा में ले लिया। जिला अस्पताल को भी हाई एलर्ट कर दिया गया। एयरपोर्ट के बाहर भी पुलिस का पहरा लगा दिया गया है।
संवाद सूत्र, अयोध्या। जयपुर से अयोध्या आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में बम की सूचना से हड़कंप मच गया। विमान के महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर उतरते ही सुरक्षा एजेंसियों ने पड़ताल आरंभ कर दी। फ्लाइट में करीब 139 यात्री सवार बताए गए हैं, जिसमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग हैं। सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाले के बाद विमान की सघन जांच चल रही है।
सीआइएसएफ के जवानों ने की चेकिंग
एयरपोर्ट अथाॅरिटी के अधिकारियों के साथ पुलिस के भी उच्चाधिकारी एयरपोर्ट पहुंच गए हैं। विमान के यहां लैंड करने के बाद सीआइएसएफ के जवानों ने तत्काल विमान को सुरक्षा में ले लिया। जिला अस्पताल को भी हाई एलर्ट कर दिया गया। एयरपोर्ट के बाहर भी पुलिस का पहरा लगा दिया गया है।
सिर्फ आवश्यक लोगों को ही एयरपोर्ट के अंदर जाने दिया जा रहा है। एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार एयरपोर्ट सुरक्षा एवं स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम जांच कर रही है। अलर्ट का मैसेज मिलने के बाद चेकिंग आरंभ कराई गई है। अभी तक की जांच में फ्लाइट से कोई बम नहीं मिला है।
जांच टीम ने अभी तक नहीं शुरू की जांच
संसू, जागरण रुदौली (अयोध्या) : मवई ग्राम पंचायत में बड़े पैमाने पर की गई वित्तीय अनियमितता की जांच के लिए गठित जांच टीम अभी तक अपनी जांच शुरू नहीं कर पाई है। जांच शुरू न होने के पीछे ब्लाक प्रशासन द्वारा जांच अधिकारी को अभिलेख उपलब्ध न कराना बताया जा रहा है।
मवई ग्राम पंचायत के अब्दुल खालिक व अन्य ग्रामीणों ने शपथपत्र सहित डीएम से शिकायत कर ग्राम पंचायत में कराए गए विकास कार्यों में 25 लाख से अधिक फर्जीवाड़े व शासकीय धन का दुरुप्रयोग और व्यय में वित्तीय नियमों का पालन न करने की शिकायत की थी।
डेढ़ माह पहले डीएम ने जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी जयनाथ गुप्ता व सिंचाई खंड के सहायक अभियंता को जांच अधिकारी नामित किया था। जांच अधिकारी जयनाथ गुप्त ने बताया कि 19 सिंतबर को जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र प्रेषित कर जांच के लिए अभिलेख उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।
ग्राम पंचायत सचिव व एडीओ पंचायत अभी तक अभिलेख नहीं उपलब्ध करा सके हैं। इस कारण से जांच प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है। बीडीओ भावना यादव ने बताया कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं हैं। एडीओ पंचायत अनुपम शर्मा ने बताया कि जांच टीम गठित हुई है। अभिलेख न उपलब्ध कराने के सवाल पर भड़कते हुए वह बोले कि ब्लाक आइए, तभी कुछ बता सकते हैं। यह भी पढ़ें : यूपी की इस जेल में चल रहा अजीब खेल- उम्रकैद को दोषी को एक साल के भीतर ही निकालने लगे बाहर
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।