रविप्रकाश श्रीवास्तव, अयोध्या। राम मंदिर जाने के लिए एक और विशेष मार्ग का निर्माण किया जाएगा। यह मार्ग भगवान राम के परम सहयोगी किष्किंधा नरेश महाराज सुग्रीव के नाम पर होगा। रामजन्मभूमि और हनुमानगढ़ी के बीच से होकर यह मार्ग निकलेगा। विकास प्राधिकरण की इस योजना को लोक निर्माण विभाग मूर्त रूप प्रदान करेगा। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है।
सुग्रीव मार्ग की लंबाई 290 मीटर तथा चौड़ाई 17 मीटर होगी। मार्ग के दोनों ओर पांच-पांच मीटर का फुटपाथ भी होगा। इसका बजट स्वीकृत हो चुका है।
नवनिर्मित दिव्य राममंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामनगरी में श्रद्धालुओं का ज्वार उमड़ रहा है।
17 अप्रैल को है रामनवमी
पुनर्विकसित रामपथ, धर्मपथ, भक्ति पथ और धर्म पथ पर अनुमान से अधिक श्रद्धालुओं का दवाब है। श्रद्धालुओं का रामलला का दर्शन करने के लिए सुरक्षित आवागमन इस समय सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। होल्डिंग एरिया आदि प्रबंध कर प्रशासन और पुलिस दर्शन व्यवस्था को सुगम बनाने में लगी हुई है, लेकिन भविष्य में भीड़ नियंत्रण की चुनौती अभी और बढ़ने वाली है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली रामनवमी आगामी 17 अप्रैल को है।
रामनवमी पर श्रद्धालुओं को इस बार रामलला के मस्तक पर सूर्य तिलक का भी अद्भुत दृश्य देखने को मिलेगा। ऐसे में इस पर्व पर अलौकिक क्षण का साक्षी बनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। इनकी संख्या वर्तमान श्रद्धालुओं की तुलना में कई गुणा हो सकती है। इसे दृष्टिगत रखते हुए भीड़ प्रबंधन के नए विकल्पों की तलाश आरंभ हो गई है।
सुग्रीव मार्ग उन्हीं विकल्पों में से एक माना जा रहा है।
सुग्रीव मार्ग के लिए शासन से बजट स्वीकृत
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता एसबी सिंह ने बताया कि सुग्रीव मार्ग निर्माण के लिए शासन से 11.81 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हो चुका है, जिसमें 5.1 करोड़ रुपये का उपयोग भूमि अधिग्रहण के लिए किया जाएगा। शीघ्र ही कार्य आरंभ होगा। इस मार्ग के निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर उन्हें डायवर्ट किया जा सकेगा।
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