Ayodhya: लखनऊ से गर्भपात के बाद अयोध्या वापस आई पीड़िता, दोबारा अस्पताल में करना पड़ा भर्ती
Ayodhya Molestation case अयोध्या में दुष्कर्म मामला प्रकाश में आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेकर पीड़ित परिवार से भेंटकर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया था और आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई थी। इसी के बाद आरोपित की अतिक्रमण कर बनाई गई बेकरी पर बुलडोजर चलाया जा चुका है। अन्य संपत्तियों की भी जांच चल रही है।
संवाद सूत्र, जागरण अयोध्या। दुष्कर्म की शिकार किशोरी गर्भपात के बाद वापस लौट आई है, लेकिन शारीरिक कमजोरी के कारण उसे सरकारी अस्पताल में पुनः भर्ती किया गया है। इसकी पुष्टि अस्पताल प्रशासन ने की है।
पीड़िता को कमजोरी के कारण बुखार की शिकायत है। उसके स्वास्थ्य पर चिकित्सक लगातार नजर बनाए हुए हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी यहां के मिल्कीपुर विधान सभा क्षेत्र में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं।
ऐसे किशोरी के स्वस्थ को लेकर चिकित्सकों की टीम लगातार नजर बनाए हुए है। गत 29 जुलाई को किशोरी के स्वजन ने पूराकलंदर थाना में बेटी के साथ दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। किशोरी के गर्भवती होने के बाद स्वजन को इसका पता चला।
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इस मामले भदरसा के सपा नगर अध्यक्ष मोईद खान और उसके सहयोगी राजू को आरोपी बनाया गया है। दोनों अभी जेल में है। किशोरी के स्वजन ने इस संबंध में मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की थी।
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इसके बाद पूराकलंदर थाना के तत्कालीन प्रभारी रतन शर्मा और भदरसा चौकी प्रभारी अखिलेश गुप्ता को निलंबित किया जा चुका। स्वजन की अनुमति के बाद लखनऊ में दो दिन पूर्व उसका गर्भ समापन कराया गया है। शुक्रवार को वह अपने गृह जिले में वापस लौटी है।
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