सरयू के 55 घाटों पर प्रज्ज्वलित दीयों की गणना पूरी होते ही नए रिकॉर्ड की घोषणा की गई तो उपस्थित जनसमुदाय खुशी से झूम उठा। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के कंसल्टेंट निश्चल बरोट ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रमाण पत्र सौंपा तो प्रत्येक दर्शकों ने करतल ध्वनि से अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। इसी के साथ रामनगरी में एक साथ 1121 अर्चकों के सरयू आरती का भी नया रिकॉर्ड बना है।
साधु-संतों का अभिवादन के बाद शुभारंभ
रामकथा पार्क में भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक कार्यक्रम के बाद राम की पैड़ी पर लगभग साढ़े छह बजे पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व कैबिनेट के अन्य सदस्यों के साथ उपस्थित साधु-संतों का अभिवादन किया। इसके उपरांत कार्यक्रमों का विधिवत शुभारंभ हुआ।
मुख्यमंत्री ने मां सरयू का अभिषेक व पूजन किया। तत्पश्चात सरयू तट पर उपस्थित 1121 बटुकों, साधु-संतों, महिलाओं सहित अन्य के साथ मां सरयू की महाआरती प्रारंभ की। इस बीच संत-धर्माचार्य मंत्रोच्चार करते रहे। पूरा परिसर भक्तिमय हो उठा था। आरती के दौरान राम की पैड़ी पर सरयू का तट रंगीन रोशनी से नहा उठा था। घाटों पर तैनात स्वयंसेवक, प्रभारी सहित अन्य खुशी से चहक रहे थे।
30 हजार स्वयंसेवकों ने प्रज्ज्वलित किए दीये
महाआरती के उपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उपस्थित सभी साधु-संतों, स्वयंसेवकों, मंत्रियों, महापौर, विधायकों, डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल व अन्य लोगों ने दीये प्रज्ज्वलित किए। राम की पैड़ी, भजन संध्या स्थल व चौधरी चरण सिंह के विभिन्न घाटों पर पहले से सज्जित दीयों को 30 हजार स्वयंसेवकों ने मोमबत्ती से एक-एक कर प्रज्ज्वलित करना आरंभ किया।
कुछ ही देर के अंतराल के बाद सरयू के घाट दीपों की अलौकिक आभा से प्रकाशमान हो उठे थे। चहुंओर उल्लास ही उल्लास दिख रहा था। दीयों के प्रज्वलन के बाद गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की 30 सदस्यीय टीम ने कंसल्टेंट निश्चल बरोट के नेतृत्व में प्रज्ज्वलित दीयों की गणना की। गणना के दौरान घाटों व सड़कों पर उपस्थित लोग सांसें थाम खड़े रहे।
लगभग आधे घंटे के अंतराल पर पांच मिनट तक एक साथ 25 लाख 12 हजार 585 दीये प्रज्ज्वलित पाए गए। इसी के साथ लगातार सातवीं बार नया विश्व रिकॉर्ड बनने की उद्घोषणा हुई तो हर तरफ उल्लास नजर आया। सबके चेहरे पर नए रिकॉर्ड की लालिमा चटख हो गई थी। वहीं प्रोजेक्शन लाइटिंग व फ्लैम शो के माध्यम से पूरा क्षेत्र गजब की रंगत बिखेर रहा था। इस सतरंगी छटा के प्रत्येक क्षण के अप्रतिम, अद्वितीय, अकल्पनीय दृश्य को लोग अपने कैमरों में कैद करते रहे। सेल्फी लेते रहे और एक-दूसरे की फोटो खींचते रहे।
लेजर शो व ड्रोन शो ने बिखेरी अद्भुत छटा
नया कीर्तिमान स्थापित होते ही राम की पैड़ी सहित इसके किनारे स्थित प्रत्येक भवन, प्रत्येक घाट रंगीन रोशनी से नहा उठे। एक साथ हुए लेजर शो व ड्रोन शो ने गजब की आभा बिखेरी। एक साथ ड्रोन शो के जरिये भगवान राम, सीता व लक्ष्मण के साथ अन्य महापुरुषों की आकृतियों ने खूब मनोरंजन किया। लोगों ने इस अद्भुत दृश्य को भी सदा-सदा के लिए अविस्मरणीय बनाने के लिए खूब फोटो खींची। राम की पैड़ी से सटे गोंडा सरयू पुल पर की गई आतिशबाजी भी गजब का उत्साह व रोमांच पैदा करती रही।
पूर्व के दीपोत्सव में ऐसे बने थे विश्व रिकॉर्ड
प्रदेश की योगी सरकार की ओर से वर्ष 2017 से प्रारंभ किए गए दीपोत्सव में लगातार नए रिकॉर्ड बनते रहे हैं। यह सातवीं बार था, जब नया कीर्तिमान स्थापित हुआ है। इससे पूर्व के दीपोत्सव में 2017 में एक साथ 1.71 लाख दीपों का प्रज्वलन हुआ था।
वर्ष 2018 के दूसरे दीपोत्सव में 3.01 लाख दीये, 2019 के तीसरे दीपोत्सव में 4.04 लाख दीये, 2020 के चौथे दीपोत्सव में 6.06 लाख दीप प्रज्ज्वलित किए गए थे। इसके उपरांत 2021 में 9.41 लाख दीये, 2022 में कुल 15.76 लाख दीये और 2023 के सातवें दीपोत्सव में 22.23 लाख दीयों के प्रज्वलन का रिकॉर्ड बना था।
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