Ayodhya Deepotsav: अलौकिक आभा से जगमगा उठा राम मंदिर, हुई भव्य साज-सज्जा; देखें PHOTOS
रामलला के प्रतिष्ठित होने के बाद मनाए जा रहे प्रथम दीपोत्सव की अलौकिक आभा रामजन्मभूमि पथ से दिखने लगी है। 70 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर में स्थित राम मंदिर सहित सभी निर्माणाधीन प्रखंडों की भव्य सजावट हो गई है। सभी प्रवेश द्वारों पर तोरण द्वार बन रहे हैं। भांति-भांति के फूलों से वंदनवार सजाए जा रहे हैं। दीपोत्सव के लिए विशेष प्रकार के दीपकों का प्रबंध हो चुका है।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। करोड़ों सनातन धर्मियों की आस्था का संवाहक राम मंदिर रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा उठा है। रामलला के प्रतिष्ठित होने के बाद मनाए जा रहे प्रथम दीपोत्सव की अलौकिक आभा रामजन्मभूमि पथ से दिखने लगी है। 70 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर में स्थित राम मंदिर सहित सभी निर्माणाधीन प्रखंडों की भव्य सजावट हो गई है। सभी प्रवेश द्वारों पर तोरण द्वार बन रहे हैं। भांति-भांति के फूलों से वंदनवार सजाए जा रहे हैं। दीपोत्सव के लिए विशेष प्रकार के दीपकों का प्रबंध हो चुका है। इन्हें परिसर के प्रत्येक प्रखंड में प्रज्वलित किया जाएगा।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद के प्रथम दीपोत्सव को अविस्मरणीय व अकल्पनीय बनाने के लिए राम मंदिर में विशेष तैयारियां की गई हैं। पूरे परिसर को देश-विदेश के मनोहारी फूलों से सजाया जा रहा है। रंग-बिरंगी लाइटों के माध्यम से परिसर के प्रत्येक खंड प्रकाशमान हो गए हैं।
दीपोत्सव के दिन परिसर में एक लाख दीये प्रज्वलित किए जाएंगे, लेकिन ये दीपक ऐसे होंगे कि इनसे किसी भवन पर दाग या कालिख नहीं लगेगा। इन विशिष्ट दीपकों को सज्जित करने की जिम्मेदारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से बिहार कैडर के स्वैच्छिक सेवानिवृत्त पुलिस महानिरीक्षक आशु शुक्ला को सौंपी गई है। उनके निर्देशन में मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाने की विशेष योजना तैयार की गई है। परिसर को कई खंडों और उपखंडों में विभाजित कर सजावट कराई जा रही है।
सभी प्रवेश द्वारों पर तोरण द्वार बन रहे हैं। ट्रस्ट ने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए बड़ी सुविधा प्रदान की है। अब श्रद्धालु चार दिन (29 अक्टूबर से एक नवंबर) तक रात 12 बजे तक रामजन्मभूमि पथ से मनोहारी छटा निहार सकेंगे और साज-सज्जा की तस्वीरें खींच इस अलौकिक छटा को अविस्मरणीय बना सकेंगे।
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