CJI ने किया रामलला के दर्शन, इस मामले में पहले मुख्य न्यायाधीश बने डीवाई चंद्रचूड़; मीडिया से बनाई दूरी
सीजेआइ डीवाई चंद्रचूड़ शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे यहां उन्होंने भव्य मंदिर में विराजे रामलला का दर्शन किए। इसके अलावा उन्होंने हनुमानगढ़ी में बजरंगबली के आगे भी शीश झुकाया। न्यायिक मर्यादाओं के चलते उन्होंने अपनी यात्रा से मीडिया को दूर रखा। इस यात्रा के साथ वह देश के ऐसे पहले मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं जिन्होंने नवनिर्मित मंदिर में रामलला के दर्शन किए।
संवाद सूत्र, जागरण अयोध्या। न्याय का कीर्तिमान गढ़ने वाले सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआइ) डीवाइ चंद्रचूड़ शुक्रवार को आस्था के क्षितिज पर कीर्तिमान गढ़ रहे थे। वह देश के ऐसे पहले मुख्य न्यायाधीश बने, जो भव्य मंदिर में विराजे रामलला का दर्शन करने रामनगरी पहुंचे।
वैयक्तिक छवि और न्यायिक मर्यादाओं के अनुरूप उनकी अयोध्या यात्रा से मीडिया को दूर रखा गया। अपराह्न विशेष विमान से महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचे मुख्य न्यायाधीश का पूरे सम्मान एवं शिष्टाचार के बीच सादगीपूर्ण स्वागत किया गया।
यहां से उन्हें एवं सहयोगी स्टाफ को जिला जज गौरवकुमार श्रीवास्तव के संयोजन में सरयू तट स्थित सरयू अतिथि गृह ले जाया गया। यहां कुछ पल विश्रााम के बाद मुख्य न्यायाधीश रामलला का दर्शन करने के पहले उनके प्रिय-प्रधान दूत बजरंगबली के सम्मुख आस्था निवेदित करने हनुमानगढ़ी पहुंचे।
हनुमानगढ़ी में करीब 20 मिनट दर्शन पूजन के बाद वह रामजन्मभूमि पर नवनिर्मित मंदिर में विराजे रामलला का दर्शन करने पहुंचे।
इस अवसर पर उनकी अगवानी रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय, सदस्य एवं अयोध्या राजपरिवार के मुखिया बिमलेंद्रमोहन मिश्र, एक अन्य ट्रस्टी डा. अनिल मिश्र एवं विहिप के केंद्रीय मंत्री गोपाल ने की। दिन ढलने से पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने हेलीकाप्टर से लखनऊ के लिए प्रस्थान किया।
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