Deepotsav 2024: इस बार कितने दीपों से रोशन हुई रामनगरी, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम गिन रही एक-एक दीया
आज गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम दीयों की गणना कर रही है। शाम तक गिनती पूरी होने की संभावना है। इसके बाद जहां दीपक कम होंगे वहां उनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। कुल 25 लाख प्रज्वलित दीयों का विश्व कीर्तिमान बनाने का लक्ष्य है। यदि यह उद्देश्य पूर्ण होता है तो इस बार सातवां अवसर होगा जब दीपोत्सव गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में स्थान बनाएगा।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। सोमवार को सरयू तट लाखों दीपों से आभूषित हो गया। स्वयं सेवक रामकी पैड़ी व विस्तारित क्षेत्र, भजन संध्या स्थल व चौधरी चरण सिंह घाट पर 28 लाख दीयों को संयोजित करने के लक्ष्य के निकट पहुंच गए। दीपोत्सव के लिए चारों स्थलों को 55 घाटों में विभक्त किया गया है।
मंगलवार को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम दीयों की गणना करेगी। इसके बाद जहां दीपक कम होंगे, वहां उनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। कुल 25 लाख प्रज्वलित दीयों का विश्व कीर्तिमान बनाने का लक्ष्य है। यदि यह उद्देश्य पूर्ण होता है तो इस बार सातवां अवसर होगा, जब दीपोत्सव गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में स्थान बनाएगा।
पिछले रिकार्ड तोड़ने की तैयारी
डा. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संयोजन में 30 हजार स्वयंसेवकों की टीम दीपोत्सव के पिछले रिकार्ड तोड़ने के मोर्चे पर डटे हैं। घाट प्रभारी व समन्वयकों की निगरानी में सोमवार को स्वयंसेवक जय श्रीराम के उद्घोष के साथ लक्ष्य प्राप्ति के लिए देर शाम तक निमग्न रहे।
अयोध्या राम की पैड़ी तट पर दीप सज्जित करते स्वयंसेवक: जीतू निषाद
दीपोत्सव के घाटों पर बिना परिचय पत्र स्वंयसेवकों व घाट प्रभारी एवं समन्वयकों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस कारण समन्वयकों के साथ स्वयंसेवकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं आपात स्थिति से निपटने के लिए घाटों पर पांच कंट्रोल रूम बनाए गए है। घाटों की स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
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