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अमेठी के विद्युत अधीक्षण अभियंता को एमडी ने किया निलंबित, पढे़ं आखिर क्या है कारण?

अमेठी के अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण संजय गुप्ता को विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित कर दिया गया है। उन पर निविदा संबंधी महत्वपूर्ण कार्य नहीं संपादित कराने का आरोप है। मुख्य अभियंता विद्युत वितरण अशोक कुमार चौरसिया ने पत्र लिखकर प्रबंध निदेशक को अवगत कराया था और निलंबन की सिफारिश की थी। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।

By Rama Sharan Awasthi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 13 Oct 2024 07:45 AM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

जागरण संवाददाता, अयोध्या। अमेठी के अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण संजय गुप्ता को विभागीय कार्यों में अरुचि दिखाने पर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खंगारौत ने निलंबित कर दिया है। उन पर निविदा संबंधी महत्वपूर्ण कार्य नहीं संपादित कराने का आरोप है। इस संबंध में अयोध्या मंडल के मुख्य अभियंता विद्युत वितरण अशोक कुमार चौरसिया ने पत्र लिख एमडी को अवगत कराया था, जिसके बाद निलंबन की कार्रवाई हुई है।

उन्हें मध्यांचल डिस्काम मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध किया गया है। सूत्रों के अनुसार, अधीक्षण अभियंता संजय गुप्ता ने विद्युत वितरण मंडल अमेठी से संबंधित बिजनेस प्लान वर्ष 2024-25 के विद्युत संबंधी कार्यों की आठ निविदाओं का द्वितीय पार्ट खुलने के पांच माह बाद भी अग्रिम कार्यवाही संपन्न नहीं कराई। इस कारण एलओआइ (आशयपत्र) व एग्रीमेंट की प्रक्रिया लंबित रह गई।

उक्त निविदाओं का द्वितीय पार्ट 10 मई 2024 को खोला गया था। बीते दिनों इसकी जानकारी मिलने पर मुख्य अभियंता ने तीन अक्टूबर को पत्र लिख कर निविदा की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया था। फिर भी जब अधीक्षण अभियंता ने कोई रुचि नहीं दिखाई तो सात अक्टूबर को मुख्य अभियंता ने प्रबंध निदेशक को पत्र लिख उन्हें निलंबित करने की सिफारिश की, जिसके बाद एमडी ने एसई संजय गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए मुख्यालय से संबद्ध कर दिया है। निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह के लिए भत्ते की संस्तुति भी की है।

क्या होता है बिजनेस प्लान

उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन की ओर से विद्युतीकरण से संबंधित लगभग सभी कार्य यथा अनुरक्षण, लाइन विस्तार, मीटरिंग आदि बिजनेस प्लान के अंतर्गत ही कराए जाते हैं। प्लान में ही शासन की ओर से बजट का आवंटन भी किया जाता है। इसके अंतर्गत कराए जाने वाले समस्त कार्यों के लिए निगम की ओर से निविदा का प्रकाशन होता है। इसके बाद पंजीकृत ठेेकेदारों के माध्यम से कार्य संपादित किए जाते हैं।

मुख्य अभियंत विद्युत वितरण, अयोध्या- अशोक कुमार चौरसिया ने बताया

अधीक्षण अभियंता संजय गुप्ता पिछले कई महीने से विभागीय कार्यों में रुचि नहीं ले रहे थे। निर्देशों के बाद भी लगातार लापरवाही बरत रहे थे। इसी कारण उन्हें निलंबित करने की सिफारिश की गई थी, जिसके बाद एमडी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

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