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Ram Temple Ayodhya: प्राण प्रतिष्ठा पर राम मंदिर निर्माण के शिल्पकारों से भी संवाद करेंगे PM मोदी, की जा रही ये व्‍यवस्‍था

Ram Temple Ayodhya प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में श्रमिको को आमंत्रित करने पर ट्रस्ट पहले से ही विचार कर रहा है ऐसे में अब उनके लिए दीर्घा की व्यवस्था पर विमर्श होना ट्रस्ट के विचार को साकार करने वाला है। इनकी संख्या को लेकर भी कुछ जानकारियां उभर कर सामने आई हैं। कुल संख्या के 10 से 20 प्रतिशित कर्मयोगियों को आमंत्रित किया जाएगा।

By Ravi Srivastava Edited By: Vinay Saxena Updated: Thu, 11 Jan 2024 05:47 PM (IST)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण में लगे कर्मयोगियों का भी करेंग उत्साहवर्धन।

रविप्रकाश श्रीवास्तव, अयोध्या। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर निर्माण में लगे कर्मयोगियों का भी उत्साहवर्धन करेंगे। महोत्सव के अवसर पर वीवीआईपी और अन्य गणमान्य अतिथियों के साथ कार्यदायी संस्था एल एंड टी के कर्मयोगियों के लिए भी दीर्घा बनाई जाएगी। इस दीर्घा में इंजीनियरों के साथ श्रमिक भी होंगे, जिनसे पीएम संवाद करेंगे। इस दीर्घा में ऐसे श्रमिकों को प्राथमिकता मिल सकती है, जो निर्माण की इस पूरी यात्रा में अभी तक सहभागी रहे हैं।

प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में श्रमिको को आमंत्रित करने पर ट्रस्ट पहले से ही विचार कर रहा है, ऐसे में अब उनके लिए दीर्घा की व्यवस्था पर विमर्श होना ट्रस्ट के विचार को साकार करने वाला है। इनकी संख्या को लेकर भी कुछ जानकारियां उभर कर सामने आई हैं। कुल संख्या के 10 से 20 प्रतिशित कर्मयोगियों को आमंत्रित किया जाएगा। वर्तमान में तीन से साढ़े तीन हजार श्रमिक राममंदिर को आकार दे रहे हैं। ऐसे में आमंत्रित होने वाले श्रमिकों की संख्या 300 से 500 के बीच हो सकती है।

बढ़ भी सकती है श्रम‍िकों की संख्‍या

ट्रस्ट के अंतिम निर्णय के अनुसार इनकी संख्या बढ़ भी सकती है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के इस सराहनीय कदम से मंदिर निर्माण के सपने को साकार कर रहे श्रमिकों को पीएम से मिलने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री का यह स्वभाव भी रहा है कि किसी भी ऐतिहासिक कार्य को साकार करने वाले वाली छोटी से छोटी इकाई को भी उन्होंने प्रोत्साहित किया है।

ऐसे में राममंदिर के रूप में राष्ट्र मंदिर को आकार देने वाले श्रमिकों को उनका प्रत्यक्ष स्नेह वचन प्राप्त होगा। कार्यक्रम में अपने प्रति इस व्यवस्था की बात सामने आने के बाद श्रमिकों में भी काफी उत्साह है।

गत 13 दिसंबर वर्ष 2021 को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कार्यक्रम में श्रमिकों के प्रति पीएम का विशेष अनुराग दिखा था। उन्होंने श्रमिकों पर पुष्पवर्षा के साथ उनके साथ फोटो खिंचाई और भोजन भी किया था। राममंदिर निर्माण में तीन से साढ़े तीन हजार श्रमिक कार्य कर रहे हैं। ये श्रमिक मौसम की विपरीत परिस्थितियों में भी अपने दायित्व का निष्ठा पूर्ण निर्वहन कर रहे हैं।

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श्रम‍िकों के बैठने की अलग से की जा रही व्‍यवस्‍था  

पांच अगस्त 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया था। इसके बाद आरंभ हुआ मंदिर निर्माण भूतल एवं प्रथम तल की पूर्णत: प्राप्त कर रहा है। पहले एक शिफ्ट में आरंभ हुआ कार्य वर्तमान में तीन चरणों में चल रहा है। इसे अंतिम स्पर्श दिया जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयार से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि समारोह में श्रमिक भी आमंत्रित होंगे। इनके बैठने की व्यवस्था अगल की जा रही है।

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