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Ayodhya Ram Mandir: युगों- युगों से था इंतजार...अयोध्या आ रहे श्रीराम; जान लीजिए राम मंदिर की ये खासियत

Ayodhya Ram Mandir आज वो शुभ घड़ी आ गई है जिसका इंतजार हर सनातनी को अरसों से था। आज प्रभु श्रीराम अपनी नगरी अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर मे विराजमान होने जा रहे हैं। रामलला का बना ये भव्य मंदिर सबसे भव्य होने वाला है। इस मंदिर की कहानी साल 2021 में तब शुरू हुई जब खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी नींव रखी।

By Jagran News Edited By: Swati Singh Updated: Mon, 22 Jan 2024 08:08 AM (IST)
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Ayodhya Ram Mandir: युगों- युगों से था इंतजार...अयोध्या आ रहे श्रीराम; जान लीजिए राम मंदिर की ये खासियत
जागरण संवाददाता, अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर स्थापत्य कला का अकल्पित उदाहरण है। मंदिर का निर्माण 15 जनवरी 2021 से शुरू हुआ। चार सौ गुणे तीन सौ वर्ग फीट के विशाल परिक्षेत्र में मंदिर की नींव 45 से 50 फीट तक मोटी कृत्रिम चट्टान के रूप में ढाली गई। यह सब होने में एक साल लग गया।

इसके बाद नींव पर 21 फीट ऊंची आधार भूमि निर्मित की गई। वर्ष 2022 के मध्य से इसी सतह पर पहले से ही ढालकर रखी गईं शिलाओं का मंदिर के रूप में नियोजन शुरू हुआ।

2024 के अंत तक बन जाएगा भव्य मंदिर

निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार दिसंबर 2023 तक न केवल मंदिर का भूतल, बल्कि वह गर्भगृह भी निर्मित हो गया, जिसमें आज रामलला विराजमान हो जाएंगे। वर्ष 2024 के अंत तक तीन तल के मंदिर का निर्माण पूर्ण कर लिया जाएगा। मंदिर की संरचना और कार्ययोजना को इस आंकड़े से समझा जा सकता है...

राम मंदिर की मुख्य संरचना

  • मंदिर की लंबाई 360 फीट
  • कुल तलों की संख्या 3
  • मंदिर के दूसरे तल में स्तंभों की संख्या 82
  • मंदिर में द्वारों की संख्या 12
  • मंदिर की चौड़ाई 250 फीट
  • मंदिर में प्रयुक्त कुल स्तंभों की संख्या 392
  • मंदिर की ऊंचाई 161 फीट
  • मंदिर के भूतल के स्तंभों की संख्या 166
  • मंदिर के प्रथम तल में स्तंभों की संख्या 144

इन विशेषताओं से युक्त होगा नव्य-भव्य और दिव्य मंदिर

  • लौहरहित है नवनिर्मित मंदिर
  • प्राकृतिक प्रौद्योगिकी का प्रयोग
  • अपशिष्ट पदार्थ का समुचित प्रबंधन
  • हाईटेक प्रकाश व्यवस्था
  • भूमिगत जल प्रबंधन
  • त्रि-स्तरीय पौधारोपण
  • पुष्प वाटिका और नक्षत्र वाटिका
  • सुरक्षा प्रबंधन संकुल
  • बहुतलीय पार्किंग सुविधा
  • सुरक्षित अमानती घर
  • सौर ऊर्जा पटल, ऊर्जा उत्पादन केंद्र
  • स्वाचालित सीढ़ियां, लिफ्ट
  • आपातकालीन चिकित्सा सहायता केंद्र
  • बैंक, एटीएम, आवश्यक जन सुविधाएं

ये है चार अहम पथ

रामपथ - सआदतगंज से लता मंगेशकर चौक (नया घाट) को जोड़ता है।

  • कुल लंबाई 12.94 किलोमीटर
  • लागत: 844.94 करोड़ रुपए
  • प्रकारः फोर लेन
जन्मभूमि पथ: सुग्रीव किला (बिड़ला धर्मशाला से होते हुए श्रीरामजन्मभूमि मंदिर तक)

  • कुल लंबाई 0.580 किलोमीटर
  • लागत: 41.02 करोड़ रुपए
  • प्रकारः दो लेन

भक्ति पथ: शृंगारहाट से हनुमान गढ़ी तक

  • कुल लंबाई: 0.742 किलोमीटर
  • लागतः 68.04 करोड़ रुपए
  • प्रकारः फोर लेन
धर्मपथ: लता मंगेशकर चौक से लखनऊ गोरखपुर हाईवे तक

  • कुल लंबाई 2 किलोमीटर
  • लागतः 65.40 करोड़ रुपए
  • प्रकारः फोर लेन
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