Ayodhya: प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए कुंडों का निर्माण आरंभ, 16 जनवरी से शुरू होगा अनुष्ठान; पढ़ें कब क्या होगा
Ram Mandir Ayodhya रामजन्मभूमि पर दिव्य-भव्य भवन में भगवान की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा के अनुष्ठान के लिए बुधवार से कुंडों का निर्माण आरंभ हो गया। कुंड निर्माण के विशेषज्ञ पंडित दत्तात्रेय नारायण रटाटे के निर्देशन में कुंड निर्माण आरंभ हुआ है। वह सांगवेद महाविद्यालय वाराणसी के आचार्य हैं। इसी महाविद्यालय के आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकाला है।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। रामजन्मभूमि पर दिव्य-भव्य भवन में भगवान की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा के अनुष्ठान के लिए बुधवार से कुंडों का निर्माण आरंभ हो गया। कुंड निर्माण के विशेषज्ञ पंडित दत्तात्रेय नारायण रटाटे के निर्देशन में कुंड निर्माण आरंभ हुआ है। वह सांगवेद महाविद्यालय वाराणसी के आचार्य हैं।
इसी महाविद्यालय के आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकाला है। अनुष्ठान के लिए कुल नौ कुंड बनाए जाएंगे। दो गुणे दो के आकार में इन कुंडों का निर्माण आरंभ हुआ है। सभी कुंड अलग-अलग प्रकार के होंगे।
चार से पांच दिनों में इन कुंडों का निर्माण पूर्ण हो जाएगा। इसकी निगरानी के लिए आचार्य रटाटे के साथ चार और विद्वान आए हैं। उनके साथ ही गजानन जोधकर, अरुण दीक्षित, सुनील दीक्षित व अनुपम दीक्षित कुंड निर्माण के कार्य की निगरानी करेंगे। प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी से आरंभ होगा, जो 22 जनवरी को मृगशिरा नक्षत्र में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा तक चलेगा। प्रतिदिन अलग-अलग पूजन होगा।
इस क्रम में बढ़ेगा अनुष्ठान
16 जनवरी-मंदिर ट्रस्ट के यजमान के प्रायश्चित, विष्णु पूजन और गोदान
17 जनवरी-नगर भ्रमण
18 जनवरी-गणेश-अंबिका पूजन, वरुण व मातृका पूजन, ब्राह्मण वरण, वास्तु पूजन
19 जनवरी-अग्नि स्थापना, नवग्रह स्थापना और हवन
20 जनवरी-गर्भगृह को सरयू जल से धोकर वास्तु शांति अनुष्ठान और अन्नाधिवास
21 जनवरी-125 कलश से प्रतिमा का दिव्य स्नान
22 जनवरी-मृगशिरा नक्षत्र में रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा
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