Ram Mandir: अयोध्याधाम से अधिक भव्य होगा कैंट स्टेशन, 11 शिखर बढ़ाएंगे शोभा; रामायण थीम पर आधारित होगी लाइटिंग
Ram Mandir अयोध्या कैंट को भी मंदिर की भांति पुनर्विकसित किया जाएगा। स्टेशन भवन की परिकल्पना में अयोध्या की स्वर्णिम सांस्कृतिक धरोहर को ध्यान में रखते हुए तथा पुरातन स्थापत्य और आधुनिक सुविधाओं का संतुलित मिश्रण किया गया है। मुख्य भवन की शोभा 11 शिखर बढ़ाएंगे। तीन मुख्य शिखरों की ऊंचाई 11-11 मीटर होगी जबकि छोटे शिखर छह से साढ़े सात मीटर ऊंचे होंगे।
रविप्रकाश श्रीवास्तव, अयोध्या। रामनगरी का अयोध्या कैंट स्टेशन भी स्थापत्य कला का बेजोड़ उदाहरण होगा। इसे भी अयोध्या धाम जंक्शन की भांति विश्वस्तरीय बनाया जाएगा, लेकिन भव्यता अयोध्या धाम से अधिक होगी। इसके पीछे कारण पर्याप्त भू-भाग की उपलब्धता है। अयोध्याधाम जंक्शन का उद्घाटन होने के बाद प्राण प्रतिष्ठा की बेला में अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन के भी पुनर्विकास का मॉडल सामने आया है, जो काफी मनमोहक है। दो बार के विचार-विमर्श के बाद इसका फाइनल स्केच तैयार हुआ है। इसे रेल विभाग से स्वीकृति भी मिल गई है। इसके लिए डीपीआर राइट्स ने तैयार किया है। अयोध्या धाम की भांति इस स्टेशन के भी पुनर्विकास को गति देने में सांसद लल्लू सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका है। लखनऊ की संस्था म्यूरल एज के आर्किटेक्ट नमित अग्रवाल ने अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का स्केच तैयार किया है।
11 शिखर बढ़ाएंगे भवन की शोभा
अयोध्या कैंट को भी मंदिर की भांति पुनर्विकसित किया जाएगा। स्टेशन भवन की परिकल्पना में अयोध्या की स्वर्णिम सांस्कृतिक धरोहर को ध्यान में रखते हुए तथा पुरातन स्थापत्य और आधुनिक सुविधाओं का संतुलित मिश्रण किया गया है। मुख्य भवन की शोभा 11 शिखर बढ़ाएंगे। तीन मुख्य शिखरों की ऊंचाई 11-11 मीटर होगी, जबकि छोटे शिखर छह से साढ़े सात मीटर ऊंचे होंगे। भवन में 70 से 80 शिलाओं के नक्काशीदार खंभे होंगे।
रामायण थीम पर आधारित होगी लाइटिंग
अयोध्याधाम जंक्शन का नवीन मुख्य भवन 128 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा है, जबकि पुनर्विकास के बाद अयोध्या कैंट स्टेशन का मुख्य भवन 150 मीटर लंबा एवं 40 मीटर चौड़ा हो जाएगा। वर्तमान में यह स्टेशन 60 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है। स्टेशन के भवन को ग्रीन बिल्डिंग के मानकों के अनुरूप बनाया जाएगा। इसका भवन पर्यावरण के अनुकूल बनाया जाएगा। रामायण थीम पर आधारित लाइटिंग होगी। भवन में भूतल, प्रथम तल एवं द्वितीय तल होगा।
108 आवास एवं प्लेटफार्मों की संख्या भी बढ़ेगी
दिव्यांगजनों के लिए अतिरिक्त शौचालय एवं विश्रामालय सहित अन्य व्यवस्थाएं होंगी। इस भवन में भी दो प्रवेश द्वार होंगे। मुख्य संपर्क मार्ग 24 मीटर चौड़ा होगा। पहले चरण में कर्मचारियों के लिए 108 आवास एवं प्लेटफार्मों की संख्या भी बढ़ेगी। आर्किटेक्ट नमित अग्रवाल का कहना है कि अयोध्याधाम के बाद अयोध्या कैंट के पुनर्विकास का फाइनल स्केच तैयार किया गया है। रामनगरी के विकास में योगदान देकर हमारी संस्था काफी उत्साहित महसूस कर रही है।
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