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Ram Mandir News: पहली बार रामलला का चढ़ेगा तिलक, नेपाल के जनकपुर से ‘भार’ लेकर आएंगे तिलकहरू

अयोध्या में भगवान श्रीराम का तिलकोत्सव मनाया जाएगा जिसमें नेपाल के जनकपुर से 251 तिलकहरू (तिलक चढ़ाने वाले) भाग लेंगे। यह आयोजन 18 नवंबर को होगा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आमंत्रित किया गया है। तिलक सामग्री माता सीता के राजमहल से आएगी। जनकपुर और अयोध्या के बीच वर्षों पुराने रिश्ते को मजबूत करने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 11 Nov 2024 06:00 AM (IST)
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राम मंदिर में विराजमान रामलला का रविवार को किया गया भव्य श्रृंगार। सौ. श्रद्धालु
जागरण संवाददाता, अयोध्या। जनकपुर और अयोध्या का वर्षों पुराना रिश्ता प्रगाढ़ करने के लिए पहली बार भगवान श्रीराम का तिलक भी चढ़ेगा। आगामी 18 नवंबर को नेपाल के जनकपुर स्थित प्रभु श्रीराम की ससुराल से 251 तिलकहरू (तिलक चढ़ाने वाले) 501 भार (नेग) के साथ रामनगरी पहुंचेंगे और रामलला का तिलक चढ़ाएंगे। उत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सम्मिलित हो सकते हैं। उन्हें भी आमंत्रित किया जा रहा है। तिलकोत्सव की तैयारी नेपाल के धनुषा जिला विश्व हिंदू परिषद इकाई ने शुरू कर दी है। 

माता सीता के राजमहल से आएगी तिलक सामग्री

जनकपुर के वरिष्ठ पत्रकार मिश्रीलाल मधुकर के अनुसार, नेपाल के जनकपुरधाम में छह दिसंबर को विवाह पंचमी (प्रभु श्रीराम और माता सीता के विवाह) की तैयारी शुरू कर दी गई है। पहली बार विवाहोत्सव में प्रभु श्रीराम के तिलकोत्सव का भी आयोजन होगा। इस बार माता सीता के राजमहल से तिलकोत्सव के लिए तिलक सामग्री भेजी जाएगी। 

उन्होंने बताया कि तिलकोत्सव की तैयारी के निमित्त जानकी मंदिर में वृहद बैठक हुई, जिसमें कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई है। तिलकोत्सव विश्व हिंदू परिषद नेपाल धनुषा की ओर से आयोजित किया जा रहा है। 

भार में परिधान आभूषण और परिधान शामिल

संतोष साह की अध्यक्षता में हुई बैठक में जानकी मंदिर के महंत राम तपेश्वर दास वैष्णव, विहिप नेपाल के उपाध्यक्ष रघुनाथ साह, जनकपुर के मेयर मनोज साह, जनकपुरधाम वृहत्तर विकास परिषद के अध्यक्ष शीतल साह के अलावा उद्योग वाणिज्य संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र भंडारी, मारवाड़ी सेवा समिति के निर्मल चौधरी, राम युवा कमेटी के सरोज साह, महावीर युवा कमेटी के अजय गुप्ता समेत अन्य लोग सम्मिलित हुए। 

बैठक में तय किया गया है कि तिलकहरू भार (नेग) में परिधान, आभूषण, विभिन्न प्रकार के मिष्ठान्न, मेवा, फल आदि के साथ 16 नवंबर को वहां से रवाना होंगे। इसके बाद नेपाल के बरियारपुर स्थित गढ़ी माई मंदिर में रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन 17 नवंबर को अयोध्या धाम पहुंच जाएंगे। रामनगरी में 18 नवंबर को भव्य समारोह के मध्य तिलकोत्सव आयोजित होगा। 

जनकपुर में काफी हर्षोल्लास

जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंत राम रोशन दास वैष्णव के अनुसार, पहली बार हो रहे इस आयोजन से आपसी संबंध और मजबूत होंगे। मिश्रीलाल मधुकर ने बताया कि अभी तिलकहरू की संख्या 251 ही रखी गई है, किंतु इसके 501 या 1001 तक पहुंच जाने की संभावना है। पहली बार हो रहे इस विशिष्ट आयोजन के लिए जनकपुर में लोगों में काफी हर्षोल्लास देखा जा रहा है।

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