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Ram Mandir: एटा से घंटा.. अलीगढ़ से ताला और पाकिस्तान से श्रीराम के लिए आया यह उपहार, ससुराल और ननिहाल से भी पहुंचा शगुन

Ram Mandir Pran Pratishtha ceremony अयोध्या धाम में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा महज एक मंदिर में एक मूर्ति की प्रतिष्ठा नहीं है बल्कि आमजन की आस्था है। यही कारण है कि देश-दुनिया से राम भक्तों ने रामलला की पूजा के लिए अपने-अपने स्तर से विशेष उपहार भिजवाए हैं। जानिए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में कहां से क्या तोहफा आया...

By Jagran News Edited By: Deepti Mishra Updated: Mon, 22 Jan 2024 04:52 PM (IST)
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Ram Mandir: दुनियाभर से आए रामलला के लिए तोहफे।
 डिजिटल डेस्क, अयोध्‍या। राम नगरी अयोध्या में आज रामलला का भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह संपन्न हुआ। इसी के साथ देश के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। देश-दुनिया में रह रहे लोगों को श्रीराम के प्रथम दर्शन हो गए हैं। रामभक्‍त भावुक हैं और खुशी से गदगद भी।

अयोध्या धाम में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, महज एक मंदिर में एक मूर्ति की प्रतिष्ठा नहीं है, बल्कि आमजन की आस्था है। यही कारण है कि देश-दुनिया से राम भक्तों ने रामलला की पूजा के लिए अपने-अपने स्तर से विशेष उपहार भिजवाए हैं। जानिए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में कहां से क्या तोहफा आया...

एटा से आया 2400 किलोग्राम वजनी घंटा

घुंघरू और घंटी का शहर एटा के जलेसर से राम भक्तों ने राम मंदिर में लगाने के लिए 24 किलोग्राम वजन का घंटा भिजवाया। यह घंटा अष्टधातु (पीतल, कांस्य, तांबा, एल्यूमीनियम, लोहा, स्वर्ण, चांदी और जस्ता) से निर्मित है। 70 श्रमिकों ने मिलकर 21 दिन में यह घंटा बनाकर तैयार किया।

सावित्री ट्रेडर्स के मालिक आदित्य मित्तल और प्रशांत मित्तल द्वारा बनवाए गए इस घंटे की लागत 25 लाख रुपये से अधिक है। फिर एक विशेष रथ से इसे एटा से अयोध्या भिजवाया गया।

वडोदरा से आई 108 फीट लंबी धूपबत्‍ती

रामलला के मंदिर में खुशबू फैलाने के लिए गुजरात के वडोदरा से राम भक्तों ने 108 फीट लंबी धूपबत्ती अयोध्या भिजवाई। यह धूपबत्‍ती भरतपुर से होते हुए आगरा के फतेहपुर सीकरी और अयोध्‍या पर यह धूपबत्ती पहुंची तो इसे देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग हाईवे पर पहुंच गए।

यह धूपबत्‍ती 108 फुट लंबी, करीब साढ़े तीन फीट चौड़ी और 3610 किलो वजनी है। इसे बनाने में छह महीने का समय लगा। इस विशेष धूपबत्ती को बनाने में अनेक तरह की जड़ी बूटियां का प्रयोग किया गया।

अलीगढ़ से 400 किलोग्राम का ताला

रामनगरी में बने रामलला के मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए तालों के शहर अलीगढ़ से 400 किलोग्राम का ताला आया है। अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव डॉ. अन्नपूर्णा भारती ने अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े अखिल भारतीय धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल को ताले की चाबी सौंपीं।

जयगंज के सत्य प्रकाश शर्मा और उनकी पत्नी रुकमणी देवी ने यह ताला बनाया। शर्मा दंपती ने आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद भी करीब तीन लाख रुपये ताला बनाने में खर्च किए।

सूरत से 5000 हीरों का हार

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर सूरत के एक हीरा व्यापारी ने 5000 हीरे और दो किलो चांदी का उपयोग करके राम मंदिर की थीम पर एक हार बनाया है।  इस हार को 40 कारीगरों ने 35 दिनों में तैयार किया।  हीरा व्यापारी ने इसे अयोध्या में राम मंदिर ट्रस्ट को उपहार में दिया है।

ननिहाल से आए 300 टन चावल

प्राण प्रतिष्‍ठा समारोह में रामलला के भोग के लिए उनके ननिहाल छत्तीसगढ़ से जवाफूल चावल भेजे गए।  300 टन चावल लेकर 11 ट्रक अयोध्‍या पहुंचे तो रामलला के उद्घोष से रामनगरी गुजने लगी। बता दें कि छत्तीसगढ़ का जवाफुल चावल अपनी महक के लिए मशहूर है। इस किस्म के चावल की मांग केवल भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी होती है।

गुजरात के किसान ने भेजा विशाल दीपक

गुजरात के वडोदरा के रहने वाले किसान अरविंदभाई मंगलभाई पटेल ने 1100 किलोग्राम वजन का एक विशाल दीपक तैयार किया है। मंगलभाई पटेल ने बताया कि यह दीपक पक पंचधातु (सोना, चांदी, तांबा, जस्ता और लोहा) से बना है। अयोध्‍या भेजे गए इस दीपक 9.25 फीट ऊंचा और 8 फीट चौड़ा है। इसकी क्षमता 851 किलोग्राम घी की है।

श्रीलंका: अशोक वाटिका से आया पत्थर

पड़ोसी देश श्रीलंका से राम मंदिर के लिए सीता एलिया (रावण की अशोक वाटिका) से पत्थर भेजा गया है। बता दें कि सीता एलिया वह जगह है, जहां माता सीता को रावण ने बंदी बनाकर रखा था।

वैदेही की जन्मस्थली से आया 3000  तोहफे

प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर सीता की जन्मस्थली नेपाल के जनकपुर से तीन हजार से अधिक उपहार अयोध्‍या पहुंचे हैं। इन उपहारों में चांदी के खड़ाऊं, आभूषण और कपड़ों समेत तमाम सामन हैं, जिन्हें जनकपुर धाम राम जानकी मंदिर से लगभग 30 वाहनों के काफिले में अयोध्या लाया गया।

पाकिस्‍तान और अफगानिस्‍तान से आया पवित्र जल

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए पाकिस्तान के एक मुस्लिम युवक ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित शारदा पीठ कुंड से पवित्र जल उपहार स्वरूप ब्रिटेन के रास्‍ते भारत भेजा है। वहीं अफगानिस्तान की कुभा (काबुल) नदी से भी जल उपहार के तौर पर अयोध्‍या भेजा गया है।

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