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उपचुनाव को छोड़ सपा-भाजपा में 'खलनायक' साबित करने की होड़, BJP प्रदेश अध्यक्ष ने अवधेश प्रसाद पर लगाए आरोप

मिल्कीपुर उपचुनाव टलने को लेकर सपा और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने सांसद अवधेश प्रसाद पर चुनाव हारने के डर से उच्च न्यायालय में याचिका वापसी में विरोध करने का आरोप लगाया है। वहीं सांसद ने पलटवार करते हुए कहा कि विधानसभा से त्यागपत्र देने के कारण वह पक्षकार नहीं रह गए हैं।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 20 Oct 2024 03:06 PM (IST)
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उपचुनाव को छोड़ सपा-भाजपा में 'खलनायक' साबित करने की होड़,

जागरण संवाददाता, अयोध्या। मिल्कीपुर उपचुनाव टलने को लेकर सपा व भाजपा के बीच शुरू आरोप-प्रत्यारोपों के बीच प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह भी कूद गए हैं। उन्होंने भी चुनाव हारने के डर से उच्च न्यायालय में याचिका वापसी में विरोध करने का आरोप सांसद अवधेश प्रसाद पर जड़ा है।

सांसद ने पलटवार में कहाकि विधानसभा से त्यागपत्र देने के कारण वह पक्षकार नहीं रह गए। सत्तापक्ष व विपक्ष में ऐसे आरोपों को लेकर मिल्कीपुर की जनता की नजर में एक-दूसरे को खलनायक साबित करने की होड़ है। उच्च न्यायालय 15 दिन बाद शिवमूर्ति के प्रार्थनापत्र पर उस याचिका को वापस लेने पर सुनवाई करेगा। 15 दिन का समय दो नवंबर को पूरा होगा।

निर्वाचन आयोग ने नहीं जारी किया मिल्कीपुर चुनाव का कार्यक्रम

निर्वाचन आयोग ने उसी की वजह से प्रदेश के अन्य विधानसभा चुनावों के साथ मिल्कीपुर का कार्यक्रम जारी नहीं किया। शिवमूर्ति का प्रार्थनापत्र विचाराधीन उसी यायचिका को वापस लेने को लेकर है, जिसे पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने 2022 में सपा से निर्वाचित विधायक अवधेश प्रसाद के निर्वाचन में दाखिल शपथपत्र को चुनौती दे रखा है।

उच्च न्यायालय से उसकी वापसी की अनुमति से निर्वाचन आयोग उप चुनाव का कार्यक्रम घोषित कर देगा।निर्वाचन आयोग से मिल्कीपुर उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित न होने को लेकर सांसद अवधेश प्रसाद पहले ही भाजपा पर हारने के डर से चुनाव न कराने का आरोप लगा चुके हैं तो उच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान सांसद पक्ष के अधिवक्ता की तरफ से याचिका वापसी में प्रक्रिया का अनुपालन न किये जाने का तर्क देने से भाजपा नेता व पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा के निशाने पर अवधेश प्रसाद आ गए हैं। बाबा अब आरोप लगा रहे हैं कि सपा चुनाव में हार के डर से भाग रही है। इसी वजह से चुनाव टलवाने के लिए उसके अधिवक्ता खड़े हुए।

सपा ने अजीत प्रसाद को घोषित किया प्रत्याशी

सपा ने मिल्कीपुर उप चुनाव में सांसद पुत्र अजीत प्रसाद को प्रत्याशी घोषित किया है। बसपा से रामगोपाल कोरी प्रत्याशी हैं। भाजपा से गोरखनाथ बाबा समेत 10 से अधिक टिकट के दावेदार हैं। बाबा प्रमुख दावेदारों में से एक हैं।

एक बार भाजपा के टिकट पर 2017 में मिल्कीपुर सीट से विधानसभा के लिए निर्वाचित हो चुके हैं। 2022 का चुनाव वह सपा के अवधेश प्रसाद से हार गए। बाबा ने उच्च न्यायालय में उसी निर्वाचन को चुनौती दी है। 2024 के लोकसभा चुनाव में सांसद निर्वाचित होने के बाद 13 जून को अवधेश प्रसाद विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे चुके हैं। निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े जानकार बताते हैं छह माह में चुनाव की बाध्यता का समय 12 दिसंबर को पूरा हो जाएगा।

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