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Ram Mandir सहित सप्तर्षियों के मंदिर निर्माण में भी आई तेजी, 300 श्रमिक बढ़े; देखें तस्वीरें

रामजन्मभूमि परिसर में सप्तर्षियों के मंदिर का निर्माण किया जा रहा है जिसके कार्य में तेजी आ गई है। 300 श्रमिक बढ़ाए गए हैं। अब कार्यस्थल पर कुल 1800 श्रमिक निर्माण कार्य में लगे हैं। पहले श्रमिकों की संख्या 1300 थी। घरों से लौटने के बाद 1500 श्रमिक कार्य कर रहे थे। ये श्रमिक राम मंदिर के साथ अन्य मंदिरों में अलग-अलग कार्य में लगाए गए हैं।

By Rama Sharan Awasthi Edited By: Aysha Sheikh Updated: Wed, 07 Aug 2024 05:23 PM (IST)
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राम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन सप्तर्षि मंदिर। सौ. ट्रस्ट
लवलेश कुमार मिश्र, अयोध्या। राम मंदिर सहित रामजन्मभूमि परिसर में बन रहे अन्य मंदिरों के निर्माण कार्य ने भी अब गति पकड़ ली है। कार्यदायी संस्था लार्सन एंड टुब्रो ने कार्यस्थल पर लगभग 300 श्रमिक बढ़ा दिए हैं। इस संबंध में पिछले दिनों मंदिर निर्माण समिति की बैठक के समय अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने निर्देश दिया था। श्रमिकों की संख्या बढ़ने के बाद अब न केवल राम मंदिर के द्वितीय तल का निर्माण कार्य तेज हो गया है, बल्कि सप्तर्षियों व देवी-देवताओं के मंदिरों का कार्य भी तेज हो गया है।

राम मंदिर के प्रथम तल में पत्थर का काम पूरा हो गया है। राम जन्मभूमि पर बने राम मंदिर में इन दिनों प्रथम तल व द्वितीय तल के निर्माण कार्य के साथ परिसर में छह देवी-देवताओं (मां दुर्गा व अन्नपूर्णा सहित गणेश, शिव, सूर्य व हनुमान) व सात ऋषियों-मुनियों (वशिष्ठ, विश्वामित्र, कश्यप, भारद्वाज, अत्रि, यमदग्नि व गौतम) के मंदिरों का निर्माण कार्य चल रहा है।

इसके साथ कार्यदायी संस्था एलएंडटी की ओर से 790 मीटर लंबे परकोटे का भी निर्माण करवाया जा रहा है।सप्तर्षियों के मंदिर इस वर्ष के अंत तक तथा अन्य मंदिरों का निर्माण अगले वर्ष मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य है। वहीं राम मंदिर के दोनों तल का निर्माण कार्य इस वर्ष दिसंबर में पूरा किया जाना है।

कार्यदायी संस्था की ओर से समस्त निर्माण कार्य तो द्रुत गति से करवाए जा रहे हैं, लेकिन अत्यधिक गर्मी व अन्य कारणों से बड़ी संख्या में श्रमिकों के अपने घरों को चले जाने के कारण कार्य थोड़ा शिथिल हो गया था। बीते दिनों मंदिर निर्माण समिति की बैठक में आए अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने लक्ष्य के अनुसार तय समय में समस्त निर्माण कार्य पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्था एलएंडटी को श्रमिकों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया था।

उनके निर्देश के बाद एलएंडटी के अधिकारियों ने छुट्टी पर गए यूपी, बिहार, राजस्थान व छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को न सिर्फ वापस बुलाया, बल्कि अतिरिक्त मजदूर भी लगा दिए हैं। कार्यदायी संस्था एलएंडटी के परियोजना निदेशक वीके मेहता ने बताया कि अब 300 मजदूर बढ़ा दिए गए हैं। इससे सारे निर्माण कार्य तेज कर दिए गए हैं। सभी मंदिरों का निर्माण कार्य तय समय पर ही पूरा किया जाएगा।

राम मंदिर के प्रथम तल में फ्लोरिंग व दरवाजे का काम शुरू

एलएंडटी के परियोजना निदेशक वीके मेहता के अनुसार, राम मंदिर के प्रथम तल में पत्थरों का काम पूरा हो गया है। अब इसमें फ्लोरिंग व दरवाजे का काम शुरू करा दिया गया है। स्तंभों व दीवारों पर नक्काशी कराई जा रही है। इस तल में एक लाख घन फीट पत्थरों का प्रयोग किया गया है।

मंदिर के द्वितीय तल का भी 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। सितंबर तक पत्थरों का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसमें 65 हजार घन फीट पत्थर लग चुके हैं। सप्तर्षियों के मंदिरों का कार्य अभी हाल ही में शुरू हुआ है। इसमें समय जरूर लगेगा, लेकिन कार्य तय समय पर ही पूरा हो जाएगा। देवी-देवताओं के मंदिर अगले वर्ष तक बन जाएंगे।

अब 1800 श्रमिक कर रहे हैं कार्य 

एलएंडटी की ओर से लगभग 300 श्रमिक बढ़ा दिए जाने के बाद अब कार्यस्थल पर कुल 1800 श्रमिक निर्माण कार्य में लगे हैं। पहले श्रमिकों की संख्या 1300 थी। घरों से लौटने के बाद 1500 श्रमिक कार्य कर रहे थे। ये श्रमिक राम मंदिर के साथ अन्य मंदिरों में अलग-अलग कार्य में लगाए गए हैं।

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