सामने आया मिल्कीपुर का रहस्य, इस वजह से नहीं हुआ चुनाव का एलान… गोरखनाथ बाबा से बड़ा कनेक्शन!
चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का एलान करते हुए अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा होल्ड कर दी है। इसकी वजह भाजपा नेता गोरखनाथ बाबा की एक याचिका बताई जा रही है। इस याचिका में उन्होंने 2022 में सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद के शपथ पत्र को चुनौती दी है। गोरखनाथ बाबा ने याचिका वापस लेने की बात कही है।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। विधानसभा उपचुनावों की तारीखों की घोषणा में मिल्कीपुर सीट का नाम न होने से दावेदारों को तगड़ा झटका लगा। इसके कारण यह रहा कि भाजपा नेता और पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा की एक याचिका हाई कोर्ट में लंबित है, जिसमें उन्होंने 2022 में विधानसभा चुनाव के दौरान सपा उम्मीदवार अवधेश प्रसाद के शपथ पत्र को चुनौती दी है।
चुनाव आयोग के निर्णय से अन्य दावेदार ही नहीं भाजपा नेता व पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा भी हैरान हैं। भाजपा में बाबा भी टिकट की रेस में मजबूत दावेदार हैं।
गोरखनाथ बाबा बोले- वापस ले लेंगे रिट
निर्वाचन आयोग ने मिल्कीपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव का कार्यक्रम न घोषित करने का कारण उच्च न्यायालय में लंबित उनकी रिट को ही बताया है, जिसमें 2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद की तरफ से दाखिल नोटरी शपथ पत्र की वैधता को उन्होंने चुनौती दी है। गोरखनाथ बाबा ने कहा कि अगर रिट चुनाव घोषित करने में बाधा है तो वह उसे वापस ले लेंगे।मिल्कीपुर के दावेदारों का बड़ा झटका
चुनाव की तिथि घोषित न होने से मिल्कीपुर उपचुनाव के दावेदारों का बड़ा झटका लगा है। उपचुनाव क्षेत्र के तीनों ब्लाक मिल्कीपुर, अमानीगंज व हरिंग्टनगंज दावेदारों की बड़ी-बड़ी होर्डिंगों से पटे पड़े हैं। चुनाव कार्यक्रम को करीब मान जिला प्रशासन भी चुनाव प्रबंध के लिए अधिकारियों को नामित कर उनकी बैठक तक कर चुका है।अवधेश प्रसाद के सांसद बनने पर खाली हुई सीट
भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी व बसपा प्रत्याशी का जनसंपर्क शुरू है। समाजवादी पार्टी से सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद व बसपा से रामगोपाल कोरी उम्मीदवार घोषित हैं। भाजपा को अभी प्रत्याशी घोषित करना है। अवधेश प्रसाद 2022 में इस सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। 2024 में सांसद चुने जाने के बाद 13 जून को उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया, इसी वजह से उपचुनाव होना है।
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