Ayodhya: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व अभेद्य होगी मंदिर की सुरक्षा, PM मोदी के आगमन की तैयारियां शुरु
PM Modi Ayodhya Visit जनवरी 2024 में राममला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां शुरु हो चुकी हैं। इसी क्रम में मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता किया जा रहा है। प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व मंदिर को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस मौके पर मौजूद रहेंगे। इसे ध्यान में रखते हुए शीर्ष अधिकारियों की मानीटरिंग में सिक्योरिटी प्लान भी तैयार किया गया है।
अयोध्या, [रविप्रकाश श्रीवास्तव]। रामजन्मभूमि की सुरक्षा संभालने पहुंचे विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ) के जवानों का प्रशिक्षण आरंभ हो गया है। उन्हें ड्यूटी का तरीका समझाया जा रहा है। यह बल महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों एवं धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए गठित किया गया है। रामजन्मभूमि की सुरक्षा में सतर्कता के साथ शालीनता महत्वपूर्ण है, ताकि दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु अच्छा अनुभव लेकर वापस लौटें।
यह प्रशिक्षण आनलाइन है, जो धर्मूपुरवा में बने पर्यटन विभाग के आडिटोरियम में चल रहा है। मंगलवार से आगामी 16 सितंबर तक चलने वाले प्रशिक्षण के उपरांत इनकी तैनाती की जाएगी। सोमवार की रात एसएसएफ की तीन कंपनी, जिसमें 280 जवान हैं, यहां पहुंच गए हैं। पुलिस लाइन में अधिकारियों ने जवानों की अगवानी की। इसके अतिरिक्त अभी तीन कंपनी एसएसएफ और मिलनी है।
नवनिर्मित मंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर एक ओर, जहां ट्रस्ट अपनी तैयारी कर रहा है, वहीं प्रशासन एवं पुलिस महकमा भी श्रद्धालुओं की सुविधा एवं निगरानी के साथ-साथ परिसर की सुरक्षा को चुस्त बनाने में लगा है। जनवरी 2024 में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस आयोजन में शामिल होंगे। इससे पहले परिसर की सुरक्षा का विस्तार आरंभ हो गया है।
एसएसएफ का यहां पहुंचना इसी कड़ी का हिस्सा है। वर्तमान में सीआरपीएफ, पीएसी और पुलिस रामजन्मभूमि की सुरक्षा संभाल रही है। इसमें अब एसएसएफ भी जुड़ गया है। रामजन्मभूमि परिसर को नया सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के शीर्ष अधिकारियों की मानीटरिंग में सिक्योरिटी प्लान भी तैयार किया गया, जिसके आधार पर सुरक्षा से संबंधित व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
इसी स्कीम के अंतर्गत परिसर में एंटी ड्रोन तकनीक सहित अन्य आधुनिक उपकरण तैनात होंगे। एसएसपी राजकरन नय्यर ने बताया कि एसएसएफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विशेष सुरक्षा बल की और टीमें अभी मिलेंगी, जिन्हें अलग-अलग स्थानों पर तैनात किया जाएगा। सुरक्षा संबंधी स्कीम को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है, लेकिन शासन ने जो अपेक्षाएं की हैं वह सभी पूरी हो रही हैं।