Ram Mandir: रामलला के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के लिए गांव-गांव भेजी जाएगी जन्मभूमि की रज व अक्षत, राममय होगा देश
Ram Mandir राम मंदिर का निर्माण पूर्णता की ओर बढ़ने के साथ ही रामलला के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के लिए रामनगरी में तैयारियां शुरु हो गई हैं। संघ की 49 प्रांत इकाइयों के माध्यम से देश भर के पांच लाख मंदिरों तक रज और अक्षत पहुंचेंगे। गांव-गांव घर-घर राममय होगा। बता दें कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन 15 से 24 जनवरी तक मनाया जायेगा।
By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj MishraUpdated: Thu, 31 Aug 2023 07:29 AM (IST)
अयोध्या, [प्रवीण तिवारी]। नवनिर्मित भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पहले संपूर्ण देश राममय होगा। देश व्यापी रामोत्सव मनाने की रणनीति तैयार है। इसके लिए गांव-गांव में अयोध्या से अक्षत व रामजन्मभूमि की रज (मिट्टी) भेजी जाएगी। इसके पूजन व संकल्प के साथ ही देश भर में उत्सव की शुरुआत होगी। इसके लिए देश भर में लगभग पांच लाख मंदिरों का चयन किया गया है।
इन्हीं मंदिरों में रामजन्मभूमि की रज व यहां से भेजे गये अक्षतों को प्रतिष्ठित किया जाएगा। इसे भेजे जाने के पहले श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से अक्षत पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। इसमें अक्षत व मिट्टी का पूजन होगा। इसके बाद ही इसे देश के अन्य हिस्सों में भेजने का क्रम शुरू होगा। इस आयोजन को उत्सवी रंग देने का जिम्मा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने संभाला है।
यहां से रज व अक्षत संघ के स्वयंसेवक ही देशभर में पहुंचायेंगे। इस सामग्री को पहले यहां से संघ की दृष्टि से सृजित देश भर के 49 प्रांतों के मुख्यालयों पर भेजा जाएगा। इसके बाद जिले व फिर गांवों तक इनकी पहुंच सुनिश्चित की जाएगी। अयोध्या से इस सामग्री को भेजने की शुरुआत ही उत्सव के साथ होगी। गत दिनों प्राण प्रतिष्ठा समिति की बैठक में इस योजना को अंतिम रूप दिया गया।
अक्षत व रज को यहां से भेजने के पहले इसके छोटे-छोटे पैकेट बनाये जाएंगे। इस कार्य योजना को संघ व उसके सहयोगी संगठनों के कार्यकर्ता व पदाधिकारी मूर्त रूप देंगे। इस योजना को क्रियान्वित करने वाले एक पदाधिकारी ने बताया कि उत्सव अयोध्या के अलावा देश के कोने-कोने में मनाया जायेगा। इसकी व्यापक तैयारी की जा रही है।
दरअसल रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन 15 से 24 जनवरी तक मनाया जायेगा। इस बीच ही पूरे देश में रामनाम संकीर्तन, रामायण पाठ आदि आयोजन होंगे। ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय, ट्रस्टी डा. अनिल मिश्र, विहिप नेता प्रकाश शर्मा, पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सह क्षेत्र संपर्क प्रमुख मनोज, धनंजय, अशोक सहित कई साधु संतों ने विमर्श कर योजना तैयार की।