प्रभु श्रीराम की अयोध्या अब नव्य-भव्य रूप में सजने के साथ ही 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पूर्व अपने वैभव की नई आभा से पूरी दुनिया को गौरवान्वित करने के लिए तैयार है। उल्लेखनीय है कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर पूरी अयोध्या को फूलों से सजाया जाएगा और यह साज-सज्जा अयोध्या के त्रेतायुगीन गौरव को एक बार फिर साकार होने जैसा अहसास कराएगी।
डिजिटल डेस्क, अयोध्या। प्रभु श्रीराम की अयोध्या अब नव्य-भव्य रूप में सजने के साथ ही 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पूर्व अपने वैभव की नई आभा से पूरी दुनिया को गौरवान्वित करने के लिए तैयार है।
800 सफाई मित्रों की तैनाती
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुसार, अयोध्या को न केवल देश की सांस्कृतिक राजधानी के तौर पर विकसित किया जा रहा है, बल्कि इसे देश का स्वच्छतम शहर बनाने का संकल्प भी लिया गया है। इसी क्रम में 800 सफाई मित्रों की तैनाती के साथ ही मुख्यमंत्री योगी के निर्देशानुसार 22 जनवरी, 2024 को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पूर्व अयोध्या के सभी वार्डों को गंदगी मुक्त बनाने की मुहिम छेड़ दी गई है।
यह भी पढ़ें: अयोध्या के ‘सुदामा’ की तंगी दूर कर रहे रामलला, दिव्यांग के लिए आसान नहीं था रोजगार मिलना; पढ़ें पूरी कहानीउल्लेखनीय है कि अयोध्या को लेकर योगी सरकार का विजन है कि एक वर्ष के अंदर उसे देश की सबसे स्वच्छतम नगरी बनाना है और ऐसा करने के लिए कई पैमानों पर कार्य करना जरूरी है। इस क्रम में अयोध्या नगर निगम शहर के सभी वार्डों को गंदगी मुक्त बनाने के लिए विभिन्न अभियानों व प्रक्रियाओं का सहारा लिया जाएगा। इसके लिए एजेंसी, नॉन प्रॉफिट ग्रुप्स (NGO), स्वयं सेवी संस्थानों (SHG) व प्रोप्राइटरशिप फर्म के माध्यम से वेस्ट मैनेजमेंट, क्षमता निर्माण, हेल्थ हाइजीन, जागरूकता तथा स्वच्छता की प्रक्रियाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है। इनके जरिए बल्क वेस्ट जेनरेशन वाले स्थानों को चिह्नित कर वेस्ट मैनेजमेंट प्रैक्टिसेज को लागू करते हुए कूड़ा के निपटारे का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा।
बता दें कि 22 जनवरी के कार्यक्रम के मद्देनजर शहर को फूलों से सजाने के साथ ही सौंदर्यीकरण के पैमाने में वृद्धि करने वाले 3डी व 4डी इल्यूमिनेटेड लेजर कट मेटल लाइट स्कल्पचर्स के इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
वेस्ट मैनेजमेंट प्रक्रिया होगी लागू
संपूर्ण अपशिष्ट उत्पादन समुदायों/हितधारकों को सुरक्षित स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं के प्रति उनकी नैतिक, सामाजिक, संवैधानिक भूमिका और जिम्मेदारियों के प्रति संवेदनशील बनाने की प्रक्रियाओं को पूर्ण करने पर भी नगर निगम द्वारा फोकस किया जा रहा है। इसके तहत घर-घर जाकर अलग-अलग रूप (गीला, सूखा, सैनिटरी, हाउसहोल्ड व बायोहैजर्ड) में निस्तारित कचरे का 100 प्रतिशत संग्रह कर उचित केटेगरी अनुसार निस्तारित किया जाएगा।
डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन के जरिए चरणबद्ध तरीके से सभी घर वेस्ट जेनरेशन प्वॉइंट्स बिंदुओं उचित समायोजन के मन्वित प्रयासों से सभी वार्डों को कूड़ा-कचरा मुक्त बनाया जाएगा। जनता को स्थानीय निकाय द्वारा शुरू किए गए सभी मिशन अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेने में सक्षम बनाने के साथ ही न केवल स्वयं, बल्कि दूसरों को भी शिक्षित करने के प्रयास किए जाएंगे तथा अगले एक वर्ष में 5-स्टार सिटी श्रेणी के एसबीएम 2.0 मापदंडों को प्राप्त करने पर फोकस किया जा रहा है। इस क्रम में वेस्ट मैनेजमेंट के सभी मानकों को अगले एक महीने में 30 प्रतिशत तक तथा 5 से 12 महीनों में विभिन्न केटेगरी अनुसार 100 प्रतिशत तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
3डी व 4डी लाइट से बढ़ेगी सुंदरता
एक ओर अयोध्या नगर निगम रामनगरी के त्रेतायुगीन वैभव को लौटाने के लिए स्वच्छता पर सबसे ज्यादा जोर दे रहा है। वहीं, अयोध्या विकास प्राधिकरण (ADA) द्वारा शहर के सौंदर्यीकरण पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है। इस क्रम में एडीए द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों पर 6 फुट ऊंचे तथा 6 फुट चौड़े 3डी व बेसिक 4डी इल्यूमिनेटेड लेजर कट मेटल लाइट स्कल्पचर्स (हाइबीकोजो) के इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया भी एजेंसी के माध्यम से शुरू कर दी गई है।
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शहर की सुंदरता पर चार चांद लगाएंगे फूल
उल्लेखनीय है कि इन आर्टिफैक्ट्स के इंस्टॉलेशन से अयोध्या की सड़कों को खुली गैलरी के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इससे अयोध्या मॉडल शहर के रूप में विकसित होगा, जो आधुनिक जीवन की गतिशीलता को अपनाते हुए अपनी विरासत को संरक्षित करने की ओर लक्षित प्रयास कर रहा है। ये स्कल्पचर्स दिन में ठोस आकार वाली मूर्तियों के तौर पर दिखेंगे, मगर रात में इनमें से निकलने वाली रोशनी देखने वालों को अलग ही अहसास देगी। इसी के साथ शहर के प्रमुख आकर्षण केंद्रों को अभी से फूलों से सजाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
उल्लेखनीय है कि 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम के मद्देनजर पूरी अयोध्या को फूलों से सजाया जाएगा और यह साज-सज्जा अयोध्या के त्रेतायुगीन गौरव को एक बार फिर साकार होने जैसा अहसास कराएगी।
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