दो महीने पहले हुई एक रहस्यमयी हत्या का पर्दाफाश हुआ है। अयोध्या पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर इस मामले को सुलझा लिया है। प्रेमिका से फोन पर बात करने को लेकर हुए विवाद में एक युवक की हत्या कर दी गई थी। आरोपितों ने शव को जलाकर पहचान छिपाने की कोशिश की थी। पुलिस ने जांच के बाद दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
संवाद सूत्र, मिल्कीपुर (अयोध्या)। दो महीने पहले जून में युवक की हत्या कर शव छिपाने के आरोप में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश किया है। गिरफ्तार दोनों आरोपी थाना क्षेत्र के ही रहने वाले हैं।
इनायतनगर थाना क्षेत्र के सिंधौरा गांव के जंगल में बीती पांच जून को अज्ञात युवक का अधजला शव मिलने से खलबली मच गई थी। सिंधोरा गांव स्थित सीता चौराहे के पास जंगल में श्मशान भी है। तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संदीप कुमार सिंह ने बताया था कि प्रथम दृष्टया यही प्रतीत हो रहा है कि श्मशान में परंपरा के अनुसार चिता में आग लगा लोग तुरंत चले गए और आग पूरी तरह प्रज्वलित नहीं हो पाई। जंगली जानवर शव को खींच ले गए होंगे और नोंच डाला होगा।
संदीप कुमार के स्थानांतरण के बाद जांच प्रभारी निरीक्षक अभिमन्यु शुक्ला को मिली तो उन्होंने अपनी टीम को लगा दिया। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने थाना क्षेत्र के सिद्धौरा निवासी जगदीप कनौजिया और सुमित शरन को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में दोनों युवकों ने बताया कि मृतक उमेश निवासी अलीपुर खजूरी उनका दोस्त था।
उमेश सुमित की प्रेमिका से फोन पर बात करता था। मना करने के बाद भी वह नहीं माना तो चार जून को सुमित ने दोस्त जगदीप कनौजिया के साथ मिलकर उमेश को बुलाया और बाइक से सिद्धौरा गांव के बाहर सीता चौराहा श्मशान के पास ले गए और गमछे से गला दबाकर हत्या कर दी। शव की पहचान छिपाने के लिए पेट्रोल डालकर जला दिया।
प्रभारी निरीक्षक अभिमन्यु शुक्ला ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त बाइक, गमछा और मोबाइल बरामद कर लिया गया है।
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