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योगी सरकार की पहल रंग लाई, वाराणसी के बाद अब आजमगढ़ में भी लगेगा वेदर डॉप्लर; 4 घंटे पहले मिलेगा मौसम का अपडेट

अब आजमगढ़ में भी वेदर रडार स्थापित करने की पहल की गई है। डॉप्लर रडार के लिए प्रशासन ने कंधरापुर में 900 वर्गमीटर का भूखंड आवंटित किया है। इससे 100 किमी के आसपास की बरसात व हवा की तीन-चार घंटे पहले जानकारी मिल सकेगी। इसके लिए जिला आपदा विशेषज्ञ मिट्टी टेस्टिंग के लिए जमीन की खोदाई कराई और नमूना ले गए।

By sarvesh mishra Edited By: Riya Pandey Updated: Wed, 14 Aug 2024 02:58 PM (IST)
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पूर्वांचल में वाराणसी के बाद आजमगढ़ में स्थापित होगा वेडर डॉप्लर

जागरण संवाददाता, आजमगढ़। अब जनपद में भी मौसम की सटीक भविष्यवाणी होगी। योगी सरकार की पहल पर केंद्र सरकार ने अलीगढ़, लखनऊ, झांसी व वाराणसी के अलावा आजमगढ़ में भी वेदर रडार स्थापित करने की पहल की है।

इससे 100 किमी के आसपास की बरसात व हवा की तीन-चार घंटे पहले जानकारी मिल सकेगी। डॉप्लर रडार के लिए प्रशासन ने कंधरापुर में 900 वर्गमीटर का भूखंड आवंटित किया है। सबकुछ ठीक रहा तो डेढ़ साल में वेदर रडार काम करना शुरू कर देगा।

मिट्टी टेस्टिंग के लिए नमूना ले गए साथ

मंगलवार को इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सुमित कुंभर ,बाबासाहब अबनावे पूना के इंजीनियर संतोष, मौसम विज्ञान विभाग प्रभारी अधिकारी एविएशन मेट्रोलाजिकल स्टेशन राहुल यादव व चंदन कुमार जिला आपदा विशेषज्ञ डॉ. चंदन कुमार मौके पर पहुंचे और मिट्टी टेस्टिंग के लिए जमीन की खोदाई कराई और नमूना अपने साथ ले गए।

पूर्वी उत्तर प्रदेश के हिस्से का पूर्वानुमान पटना (बिहार) स्थित डाप्लर रडार से लिया जाता है। अधिकतर डाप्लर रडार जिलों से दूर होने के कारण सटीक पूर्वानुमान नहीं मिल पाता है।

राहत आयुक्त कार्यालय को मिला जिम्मा

इसलिए मौसम विभाग नई दिल्ली के सहयोग से प्रदेश सरकार ने आपदाओं में जनहानि व धनहानि रोकने के लिए डाप्लर रडार स्थापित करने का निर्णय लिया है। राहत आयुक्त कार्यालय को इसका जिम्मा मिला है। भुगतान उत्तर प्रदेश सरकार करेगी। इस मौके पर क्षेत्रीय लेखपाल व राजस्व निरीक्षक भी थे।

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