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सीएम योगी ने तीन जिलाधिकारियों को दी कड़ा एक्शन लेने की हिदायत, वादों के निस्तारण में धीमी गति पर जताई नाराजगी

आजमगढ़ के कलेक्ट्रेट सभागार में मंडल की कानून व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी शामिल हुए। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने वादों के निस्तारण की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए बलिया आजमगढ़ और मऊ के जिलाधिकारियों को कड़ा एक्शन लेने की हिदायत दी। इसके साथ ही कहा कि वरिष्ठ अधिकारी हर 15 दिन पर परियोजनाओं की समीक्षा करें।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 22 Jul 2024 06:38 PM (IST)
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आजमगढ़ में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों संग समीक्षा बैठक करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

जागरण संवाददाता, आजमगढ़। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मंडल की कानून व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने शासन की जनहित एवं जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध तरीके से गुणवत्ता के साथ सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए हैं। 

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विकास परियोजनाओं की नियमित रूप से निगरानी की जाए। हर परियोजना के लिए एक अलग नोडल अधिकारी नियुक्त करें, जो हर सप्ताह प्रगति की रिपोर्ट दे। वरिष्ठ अधिकारी हर 15 दिन पर परियोजनाओं की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि सभी परियोजनाओं को उनकी निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए। गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। कोई परियोजना लेट नहीं होनी चाहिए। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जाम की समस्या न होने पाए। सड़क पर गाड़ियां खड़ी न हों। पटरी व्यवसायियों को भी व्यवस्थित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि माफिया पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही सगड़ी तहसील के देवारा में बहने वाली घाघरा नदी के जलस्तर की जानकारी ली। 

उन्होंने बाढ़ को लेकर सतर्क रहने के निर्देश दिए। साथ ही तैयारियों के बारे में जानकारी ली। सीएम ने कानून व्यवस्था की समीक्षा में कहा कि अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। इसमें किसी भी प्रकार के लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

वादों के धीमी गति से निस्तारण पर नाराजगी जताई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को मंडलीय समीक्षा में वादों के धीमी गति से निस्तारण पर नाराजगी जताई। तीनों डीएम को हिदायत दी कि काम के प्रति उदासीनता बरतने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लें। तहसील स्तर पर लेखपालों की शिकायत को बेहद गंभीरता से लेने को कहा। सीएम ने विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की अधिकारियों के साथ समीक्षा शुरू की तो सबने अपनी-अपनी बातें रखीं। 

जनप्रतिनिधियों ने कहा, बातों को नहीं सुन रहे अधिकारी

जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों की उदासीनता और उनकी बातों को न सुने जाने का मामला उठाया। इस पर सीएम ने कहा कि सप्ताह भर में न संभव हो तो माह भर में जरूर जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक हो। उनकी बातों को सुना जाए। आगाह किया कि किसी भी स्तर पर काम में लापरवाही मंजूर नहीं। 

पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को 11 बजे पुलिस लाइन पहुंचे वहां से कर के जरिए सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे और अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक शुरू की। जिले के अधिकारी बैठक में मौजूद रहे, जबकि मऊ और बलिया के अधिकारी आनलाइन बैठक से जुड़े थे। 

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