आजमगढ़ में अखिलेश की सभा में दूसरे दिन भी भीड़ बेकाबू, पुलिस ने भांजी लाठियां
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की जनसभा में अनुशासनहीन कार्यकर्ताओं की लगातार अराजकता के कारण असहज स्थिति उत्पन्न हो रही है। आजमगढ़ में ही एक दिन पहले मंगलवार को सरायमीर के खरेवां में कुछ कार्यकर्ताओं ने जमकर उपद्रव मचाया था। इसकी चर्चा अभी थमी भी न थी कि अगले ही दिन बुधवार को बिलरियागंज बघैला व मुबारकपुर के बेठौली में आयोजित दो जनसभाओं में कार्यकर्ता फिर बेकाबू हो गए।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की जनसभा में अनुशासनहीन कार्यकर्ताओं की लगातार अराजकता के कारण असहज स्थिति उत्पन्न हो रही है। आजमगढ़ में ही एक दिन पहले मंगलवार को सरायमीर के खरेवां में कुछ कार्यकर्ताओं ने जमकर उपद्रव मचाया था।
इसकी चर्चा अभी थमी भी न थी कि अगले ही दिन बुधवार को बिलरियागंज बघैला व मुबारकपुर के बेठौली में आयोजित दो जनसभाओं में कार्यकर्ता फिर बेकाबू हो गए। बैरिकेडिंग तोड़कर मंच की तरफ बढ़ रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोकना चाहा तो उन पर भी ईंट-पत्थर चलाए गए। उन्हें खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं। इतना उपद्रव देख कई कार्यकर्ता सभा छोड़कर चले गए। मंच पर अखिलेश का स्वागत हुआ।
गाना शुरू होते ही बेकाबू हो गई भीड़
इसके बाद मंच पर एक ओर गायक ने जैसे ही अरेरे मेरी जान थे मुलायम, देश की शान थे मुलायम... गीत गाना शुरू किया, भीड़ बेकाबू हो गई। युवा कार्यकर्ता बैरिकेडिंग पर चढ़ने के साथ ही उछल-कूद मचाते हुए मंच की ओर बढ़ने लगे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकना चाहा तो धक्का-मुक्की पर उतारू हो गए।मंच से वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं से अनुशासन में रहने और पुलिस से संयम बरतने की अपील करते रहे। बैठौली में कार्यकर्ता लोहे की बैरिकेडिंग गिराकर मंच के पास तक पहुंच गए थे। पुलिस ने काफी मशक्कत से उन्हें खदेड़ा। बिलरियागंज बघैला की सभा में कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने में पुलिस के पसीने छूट गए।
भीड़ के दबाव के चलते कई बल्लियां टूट गईं। पुलिस क्षेत्राधिकारी बूढ़नपुर किरण पाल ने मोर्चा संभाला। उपद्रव थमने के बाद ही अखिलेश का भाषण शुरू हो सका।
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