'…अब तक पूरी नहीं हुई मांग', शिक्षक की हत्या के विरोध में संगठनों का आह्वान; नहीं जांचेंगे UP Board की कॉपी
मुजफ्फरनगर में शिक्षक की हत्या के विरोध में सभी शिक्षक संघ एक हो गए हैं। 17 मार्च को मूल्यांकन केंद्र तक कापी ले जाते समय सिपाही चंद्रप्रकाश ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना से शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। सरकार ने 22 मार्च तक मृत शिक्षक के स्वजन को मदद का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़। Teacher Murder News Update: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश के सभी संगठनों के आह्वान पर शनिवार को शिक्षक की हत्या के विरोध में शिक्षकों ने बहिष्कार किया। शिक्षकों ने मृतक शिक्षक धर्मेंद्र कुमार के स्वजन को दो करोड़ की आर्थिक सहायता देने की मांग की।
कहा कि 17 मार्च को मूल्यांकन केंद्र तक कापी ले जाते समय सिपाही चंद्रप्रकाश ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना से शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। सरकार ने 22 मार्च तक मृत शिक्षक के स्वजन को मदद का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ।
शिक्षकों ने कहा कि मूल्यांकन के दौरान संकलन केंद्र तक कापियों को भेजने से शिक्षकों को मुक्त किया जाये। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जिला अध्यक्ष बृजेश राय एवं जिला मंत्री विजय कुमार सिंह नेतृत्व में पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सभी मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों ने संपूर्ण मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया।
राजकीय बालिका इंटर कालेज में शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष बृजेश राय ने कहा कि हत्या आरोपित आरक्षी के विरुद्ध फास्ट टैग कोर्ट में मुकदमा चलाकर कठोरतम सजा दिलाई जाए।
मुन्नू यादव ,कमलेश राय, राम सिंह, रविंद्र यादव ,संजय सिंह, रिजवान अहमद, रामानंद पाठक ,सुनील यादव, राहुल पाठक, अमिताभ त्रिपाठी, अशोक सिंह, प्रवीण राय आदि थे। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार राय के नेतृत्व में शिक्षकों ने कार्य का बहिष्कार किया। लवकुमार, अनिल सिंह, विनोद कुमार, रवींद्र कुमार आदि थे।
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