गरीबों का मसीहा बताने वाला एहसान पहुंचा सलाखों के पीछे
- कार्रवाई - पहले दोषियों को बचाने के नाम पर धरना-प्रदर्शन बाद में लक्जरी गाड़ी मांगने में
By JagranEdited By: Updated: Wed, 25 Aug 2021 08:34 PM (IST)
- कार्रवाई
- पहले दोषियों को बचाने के नाम पर धरना-प्रदर्शन, बाद में लक्जरी गाड़ी मांगने में फंसा - पुलिस ने जारी किया एहसाह से संबंधित आडियो - एसपी बोले, आरोपित पर हैं गंभीर अपराध के 22 मुकदम जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : दोषियों को बचाने, उन्हें मुआवजा दिलाने की आड़ में भीड़ को भरोसे में लेकर पहले धरना-प्रदर्शन, फिर उसे खत्म करने को सौदेबाजी करने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। पुलिस ने बुधवार को बकायदा एक आडियो जारी कर इस कृत्य के लिए कथित भीम आर्मी से जुड़े नेता एहसान खां को बेनकाब किया है। पूरे मामले की गहराई से पड़ताल करते हुए मुख्य आरोपित समेत उसके कई साथियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
गंभीरपुर क्षेत्र का निवासी एहसान खां इन दिनों सुर्खियों में था। रानीपुर रजमो गांव के पहिलेपुर बस्ती में कई दिनों से धरना-प्रदर्शन कर रहा था। साथ में अनुसूचित जाति के बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस के हाथ आडियो लगा तो सर्विलांस के जरिए भी सच्चाई जानी। आडियो की सच्चाई पर मुहर लग गई। एसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि एहसान खां के खिलाफ 22 मुकदमे पहले से दर्ज हैं। पलिया में चल रहे आंदोलन के मामले में समझौते के लिए इंडीवर गाड़ी की डिमांड कर रहा था। एसपी का दावा है कि उसके खिलाफ एससी-एसटी के करीब आधा दर्जन केस पहले से दर्ज हैं। एसपी ने जो आडियो जारी किया उसमें एहसान खां धरना समाप्त करने के एवज में 20 लाख रुपये और एक कार की मांग कर रहा है। पुलिस का यह भी आरोप है कि मंगलवार को पुलिस धरना स्थल पहुंची तो उसने एक पुलिसकर्मी का गला गमछे से कसने की कोशिश की। एसपी ने बताया कि उसके खिलाफ गैंगस्टर के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। वह तरवां थाना क्षेत्र बांसगांव में हुए बवाल के मामले में भी वांटेड है।
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