ट्रैक से उतरा मालगाड़ी का इंजन
जागरण संवाददाता, आजमगढ ़: स्थानीय रेलवे स्टेशन पर शाहगंज की ओर से प्लेटफार्म की ओर आ
जागरण संवाददाता, आजमगढ ़: स्थानीय रेलवे स्टेशन पर शाहगंज की ओर से प्लेटफार्म की ओर आ रही मालगाड़ी के इंजन के दो पहिए शनिवार की शाम पटरी से उतर गए। इस घटना की सूचना मिलते ही विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मऊ से एआरटी (एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन) आने के बाद पहियों को पटरी पर लाया जा सका। इस दौरान रेल परिचालन घंटों बाधित रहा।
शाहगंज की ओर से शाम करीब पौने चार बजे मालगाड़ी आजमगढ़ रेलवे स्टेशन पर आ रही थी। इसे पास देने के लिए दिल्ली को जाने वाली कैफियात एक्सप्रेस को रोका गया था। मालगाड़ी जैसे ही प्लेटफार्म नंबर तीन के चौथी लाइन पर पहुंची कि इंजन के आगे के दो पहिए बेपटरी हो गए। हांलाकि दुर्घटना में ट्रेन चालक व गार्ड बाल-बाल बच गए। घटना की जानकारी होते ही विभागीय अधिकारियों में अफरातफरी मच गई। मौके पर स्टेशन अधीक्षक बाबु राम, स्टेशन मास्टर भुपेंद्र कुमार ¨सह, आरपीएफ प्रभारी राशिद बेग मिर्जा व जीआरपी थाना प्रभारी जगदीशकुशवाहा मौके पर भागकर पहुंचे। अधिकारियों ने इसकी सूचना मऊ एआरटी विभाग को दी। शाम करीब पौने पांच बजे मऊ से (एआरटी) घटनास्थल पर पहुंची। उधर रानी की सराय में खड़ी शाहगंज-बलिया पैसेंजर के इंजन की मदद से मालगाड़ी की बोगी को खिंचकर प्लेटफार्म नंबर दो पर ले जाया गया। इसके बाद दिल्ली को जाने वाली कैफियात एक्सप्रेस को 6.10 पर रवाना किया गया। मऊ से आइ एआरटी की मदद से ट्रेन को पटरी पर लाने के लिए 5.55 मिनट पर शुरू रेस्क्यू आपरेशन 6.40 मिनट पर समाप्त हुआ। काफी मशक्कत के बाद दोनों पहियों को पटरी पर लाने में लगभग एक घंटा लगे। इस घटना के कारण रेल परिचालन घंटों विलंब से रहा जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। विभागीय लापरवाही के चलते यह पांचवी घटना है।
कई ट्रेनें रही घंटों विलंब, परेशान रहे यात्री
आजमगढ़ : पल्हनी स्थित आदर्श रेलवे स्टेशन पर शनिवार की शाम मालगाड़ी के इंजन के बेपटरी होने के कारण रेल परिचालन घंटो बाधित रहा। ट्रेन के विलंब होने से जो पास के थे वह वापस चले गए, लेकिन जो दूर-दराज के थे वह ट्रेन के आने का इंतजार करते रहे। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
कुछ इस तरह विलंब रही रेलगाड़ियां::::
कैफियात एक्सप्रेस - पौने दो घंटा।
साबरमती एक्सप्रेस - लगभग तीन घंटा।
शाहगंज-बलिया पैसेंजर - लगभग दो घंटा।
गोदान एक्सप्रेस - लगभग पौने तीन घंटा।