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पांच दिन से लापता युवक का बाजरे के खेत में मिला शव, दोस्तों पर हत्या का शक; पुल‍िस ने ह‍िरासत में ल‍िया

आजमगढ़ के फूलपुर में पांच दिनों से लापता 17 वर्षीय हर्षित चौबे का शव उसके घर से महज चार सौ मीटर दूर पड़ोसी के बाजरे के खेत में मिला। शव बुरी तरह से सड़ गया था और उससे दुर्गंध आ रही थी। पुलिस ने हर्षित के साथ देखे गए उसके दो दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

By Satish Kumar Chaturvedi Edited By: Vinay Saxena Updated: Wed, 11 Sep 2024 03:37 PM (IST)
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क‍िशोर की मौत के बाद रोते-ब‍िलखते पर‍िजन।
संवाद सहयोगी, फूलपुर (आजमगढ़)। फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के अंबारी पांडेय का पूरा निवासी पांच दिन से गायब 17 वर्षीय हर्षित चौबे का घर से महज चार सौ मीटर दूर पड़ोसी के बाजरे की खेत में बुधवार को शव मिला। शव बुरी तरह से सड़ गया और उससे दुर्गंध आ रही थी। इससे आशंका जताई जा रही है कि मौत उसी दिन हुई होगी, जिस दिन हर्षित गायब हुआ था। अंतिम बार उसके साथ देखे गए उसके उन दो साथियों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है, जिसके खिलाफ आठ सितंबर को मृतक के दादा त्रिलोकीनाथ ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने मौका मुआयना किया।

हर्षित गांव के दो दोस्तों के साथ बाजार से होकर लौटने की बात कह घर से निकला था। देर रात तक वह नहीं लौटा तो स्वजन को चिंता हुई। इस पर उन दोनों लोगों से भी परिवार के लोगों ने बात की तो उनका कहना था कि वह बाजार तक गया फिर कोई काम बताकर बाद में आने को कहा इसलिए हम लोग लौट आए।

पूरी रात इंतजार के बाद भी वह नहीं आया और मोबाइल स्विच ऑफ ही रहा तो घर के लोगों ने दोनों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा कराया। पुलिस ने फौरी तौर पर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन उनसे कोई सुराग हाथ नहीं लगा। सीसी टीवी फुटेज में शराब की दुकान पर तीनों एक साथ जरूर देखे गए थे। ऐसे में स्वजन पुलिस पर उदासीनता का आरोप लगाते रहे।

जिस तार में बिजली आती ही नहीं उससे करेंट कैसे लगेगा

जिस बाजरे के खेत में से होकर तार गया है ग्रामीणों के मुताबिक उसमें काफी समय से बिजली नहीं आती। कारण अब लाइन दूसरे तरफ से खींच ली गई है। ऐसे में हिरासत में लिए गए दोनों आरोपितों की हर्षित की करेंट से मौत की कहानी गले नहीं उतर रही है। सवाल यह भी है कि जब करेंट से उसकी मौत हुई तो दोनों ने परिवार या और लोगों को जानकारी क्यों नहीं दी।

हिरासत में लिए गए दोनों दोस्तों का यह भी कहना था कि हर्षित के घर के लोग उस पर कमाने को लेकर दबाव बना रहे थे इसलिए उस दिन उसी के बुलावे पर हम लोग गए थे। मौके से पिलाश का मिलना यह जरूर सवाल पैदा करता है कि कहीं यह लोग तार काटने के उद्देश्य से तो नहीं गए थे खेत में। बहरहाल, पुलिस पड़ताल के बाद ही साफ हो सकेगा कि वास्तव में माजरा क्या था।

डॉग स्क्वायड का ल‍िया सहारा 

फोरेंसिक टीम ने जहां नमूने लिए वहीं डॉग स्क्वायड का भी सहारा लिया गया। अंबारी की शराब की दुकान के सीसीटीवी फुटेज में तीनों शराब लेते साथ दिखे थे। पुलिस ने दोनों दोस्तों को घर से उठाया भी था। हालांकि कोई अहम सुराग न मिलने पर दोनों को छोड़ दिया था। उधर, डाग स्क्वायड खेत में मिले चप्पल और पिलाश को सूंघकर गांव में एक आरोपित के घर तक गई। मृत हर्षित के सीने के नीचे चोट जैसा निशान प्रतीत हो रहा था। हालांकि शव में सड़न के चलते कुछ साफ-साफ नहीं कहा जा सकता। बहरहाल, सर्विलांस और एसओजी टीम भी पड़ताल में लगी रही।

बुझ गया घर का इकलौता चिराग

छात्र की मौत से घर का चिराग बुझ गया। उसकी एक बड़ी बहन शिवांगी है। माता प्रेमशीला और दादा त्रिलोकी चौबे और पिता मुकेश सहित स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के लोग बिलखते हुए पुलिस पर लापरवाही का आरोप मढ़ते रहे। गांव के लोग पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाते रहे।

चूंकि शव बुरी तरह से सड़ गया था। ऐसे में चोट आदि को लेकर बहुत कुछ समझ में नहीं आ रहा है। इस मामले में दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट से बहुत कुछ स्पष्ट हो जाएगा। उसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।- चिराग जैन, एसपी ग्रामीण।

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