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अस्पताल में रिश्तेदार को देखने आया था व्यक्ति, बाहर कार में लग गई आग; सामने आई यह चौंकाने वाली वजह

उन्होंने अपनी कार अस्पताल के बाहर खड़ी की थी और अंदर चले गए। थोड़ी देर बाद जब उन्हें किसी व्यक्ति ने कार से धुआं निकलने की सूचना दी तो बाहर आकर देखा तो उनकी कार धूं-धूकर जल रही थी। सूचना पाकर बिल्सी पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई है। जब तक आग पर काबू पाया जाता तब तक गाड़ी जलकर राख हो गई।

By Ankit Gupta Edited By: Mohammed Ammar Updated: Mon, 04 Nov 2024 08:56 PM (IST)
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पुलिस मामले की जांच कर रही है।
संस, बिल्सी। नगर के रायपुर बुजुर्ग स्थित एक निजी अस्पताल के बाहर खड़ी लग्जरी कार में अचानक आग लगने से कार पूरी तरह जलकर राख हो गई। पुलिस के अनुसार, बीती रात करीब आठ बजे फतेहगंज पश्चिमी, बरेली के रणवीर सिंह (पुत्र धर्मेंद्र सिंह) अपने बीमार रिश्तेदार को देखने के लिए बिल्सी के इस अस्पताल में आए थे।

उन्होंने अपनी कार अस्पताल के बाहर खड़ी की थी और अंदर चले गए। थोड़ी देर बाद जब उन्हें किसी व्यक्ति ने कार से धुआं निकलने की सूचना दी तो बाहर आकर देखा तो उनकी कार धूं-धूकर जल रही थी। सूचना पाकर बिल्सी पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई है।

मोबाइल देने से मना किया तो किशोर ने फंदा लगाकर दी जान

दबतोरी : बिसौली कोतवाली क्षेत्र के गांव बीघानगला में एक ऐसा मामला आया जो हर किसी अभिभावक से सीधा जुड़ा हुआ है। एक बच्चा मोबाइल के लिए जिद की इस हद तक आ जाता है कि मोबाइल न मिलने पर वह फंदा लगाकर फंदा लगाकर जान दे देता है। 14 वर्षीय किशोर का शव जब स्वजन ने देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। शव को उतारा गया। परिवार में कोहराम मच गया। लेकिन स्वजन ने बिना पुलिस को सूचना दिए ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

बिसौली कोतवाली क्षेत्र के गांव बीघानगला निवासी शेर सिंह किसान हैं। उनके तीन पुत्र हैं। सोमवार को छोटा बेटा मोहित अपने बड़े भाई से वीडियो देखने के लिए मोबाइल मांग रहा था। बड़े भाई ने उसे मोबाइल देने से मना कर दिया। बताते हैं कि पहले तो माेहित काफी देर तक मोबाइल को लेकर जिद करता रहा, लेकिन जब उसे मोबाइल नहीं मिला तो वह इसी बात से क्षुब्ध होकर घर की बैठक में चला गया।

काफी देर तक जब मोहित नहीं दिखाई दिया तो स्वजन उसे देखने बैठक में पहुंचे। जहां मोहित का शव फंदे पर लटका देख स्वजन की चीख निकल गई। स्वजन में मची चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए। शव को नीचे उतारा गया। स्वजन ने अापस में ही बातचीत के आधार पर तय किया कि पुलिस को सूचना नहीं देंगे। वह शव को गंगा घाट पर ले गए और दफन कर दिया। मोहित के स्वजन का रो रोकर बुरा हाल था।

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