Badaun News : यूपी के इस जिले में खेला जाता हैं सियासत का खूनी खेल, अब तक हो चुकी छह हत्याएं
Badaun Triple Murder Case यूपी के बदायूं में सियासी वर्चस्व को लेकर चल रही इस जंग में कई लोगों की जिंदगी चली गई।सियासत के इस खूनी खेल का सिलसिला अब तक छह लोगों की जान ले चुका हैं।
By Kamlesh Kumar SharmaEdited By: Ravi MishraUpdated: Tue, 01 Nov 2022 10:15 AM (IST)
बदायूं, कमलेश शर्मा। Badaun Triple Murder Case : बदायूं के उसावां ब्लाक क्षेत्र का छोटा सा गांव सथरा रातों रात सुर्खियों में आ गया है। इस गांव में राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता पहले से चली आ रही है। कई लोगों की हत्या हो चुकी है। सोमवार शाम घर में घुसकर हुई तिहरे हत्याकांड ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
हत्या की मुख्य वजह वर्चस्व की जंग मानी जा रही है। सपा के पूर्व ब्लाक प्रमुख राकेश गुप्ता राजनीतिक रूप से काफी प्रभावशाली थे। एक बार यह ब्लाक प्रमुख रहे थे जबकि एक बार इनके भाई राजेश गुप्ता भी ब्लाक प्रमुख रहे थे। भाजपा से जुड़े एक नेता से इनकी प्रतिद्वंद्विता रही। पिछले दिनों हुए ब्लाक प्रमुखी के चुनाव में पुरानी रंजिश खुलकर सामने आ गई थी।
राकेश गुप्ता खुद ब्लाक प्रमुख पद के दावेदार थे, जबकि उनका प्रतिद्वंद्वी के तौर पर रवींद्र दीक्षित का नाम सामने आया था। रवींद्र दीक्षित कुछ भाजपा के नेताओं से जुड़े थे, इसलिए चुनाव से पहले ही वह खुद को जीता हुआ उम्मीदवार मान रहे थे। चुनाव के समय राकेश गुप्ता खुद पीछे हट गए थे और तीसरे व्यक्ति को अपना समर्थन दे दिया था।
राकेश गुप्ता ने जिसको समर्थन दिया था उनकी पत्नी ब्लाक प्रमुख की कुर्सी पर काबिज हो गईं। अंदरखाने यह दुश्मनी और गाढ़ी हो चुकी थी। करीब दो दशक पहले के घटनाक्रम में राकेश गुप्ता ने जहां रवींद्र दीक्षित के पिता की हत्या कर दी थी, वहीं रवींद्र दीक्षित ने राकेश गुप्ता के पिता की हत्या कर दी थी। इनके अलावा और भी कई लोगों से राकेश गुप्ता की राजनीतिक दुश्मनी थी। इन्हीं रंजिशों के चलते राकेश गुप्ता का परिवार बहुत सतर्क रहता था।
घर का दरवाजा हमेशा बंद रहता था। बाहर किसी के आने पर पहले उसकी आवाज पहचानने के बाद ही दरवाजा खोला जाता था। आम तौर पर एक भाई ही गांव में रहता था, दूसरा भाई बदायूं में रहता था। राकेश गुप्ता का स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा था, इसलिए वह पिछले करीब पंद्रह दिन से गांव में ही रह रहे थे। आज उनके भाई राजेश गुप्ता भी गांव पहुंचे थे। वारदात के समय वह खेत की तरफ निकल गए थे, इसी बीच घर में तीन लाशें बिछ गईं।
इस मामले में आरोपित रवींद्र दीक्षित सहित दो बेटों सार्थक दीक्षित, अर्चित दीक्षित व ड्राइवर विक्रम उर्फ विक्की के खिलाफ देर रात मुकदमा दर्ज कर लिया हैं। इस मामले में पुलिस ने रवींद्र दीक्षित और उनके एक पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अन्य की तलाश की जारी हैं।उसहैत् के सथरा गांव की घटना निंदनीय है। योगी राज (Yogi Raj) में कोई भी अपराधी बच नहीं पाएगा। हत्या करने वाले कोई भी हों, उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। - राजीव कुमार गुप्ता, जिलाध्यक्ष भाजपा
सथरा गांव में गंभीर घटना हुई है। इसमें पुलिस प्रशासन की पूरी लापरवाही उजागर हुई है। पीड़ित परिवार के लोगों से बात करने के बाद ही बयान दूंगा। - प्रेमपाल सिंह यादव, जिलाध्यक्ष सपा
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