Badaun News: दो महिलाओं की हत्या में सनसनीखेज खुलासा, कोल्ड स्टोरेज में हुआ सामूहिक दुष्कर्म, फिर फेंकीं लाशें
Badaun Double Murder Caseसामूहिक दुष्कर्म के बाद की थी दोनों महिला मजदूरों की हत्या - तीन आरोपितों ने किया था दुष्कर्म विरोध पर पहले एक को मारा फिर दूसरी का गला दबाया - कोल्ड स्टोर मालिक के बेटे ने तीन विश्वास पात्र कर्मियों से बची झझरऊ फिकवाए थे शव - पुलिस ने सभी सातों आरोपितों को भेजा जेल सामूहिक दुष्कर्म की धारा भी बढ़ाई
By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Tue, 11 Jul 2023 06:47 AM (IST)
बदायूं, जागरण संवाददाता। कोल्ड स्टोर में काम करने वाली दो महिला मजदूरों की हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज राजफाश कर दिया। दोनों महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इसके बाद उन दोनों की गला दबाकर हत्या की गई थी। पुलिस ने दुष्कर्म के बाद हत्या करने वाले तीनों आरोपित और घटना स्थल से शव को गायब करने वाले कोल्ड स्टोर मालिक के बेटे समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया। उसहैत पुलिस ने इस मामले में सामूहिक दुष्कर्म की धारा भी बढ़ा दी है। सोमवार को ही पुलिस ने सातों आरोपितों को जेल भेज दिया है।
सामूहिक दुष्कर्म के बाद की हत्या
पुलिस के मुताबिक शहबाजपुर इलाके की महिला मजदूर के संबंध कोल्ड स्टोर में ठेकेदार आरिफपुर नवादा निवासी इब्ले हसन उर्फ भर्रा से थे। तीन जुलाई को इब्ले हसन ने उसे कोल्ड स्टोर को ठंडा करने वाली मशीन वाले कमरे में बुलाया था। लेकिन वह खेड़ा बुजुर्ग निवासी महिला को भी अपने साथ ले गई। वहां इब्ले हसन के अलावा मशीन आपरेटर न्यू आदर्श कालोनी निवासी अजय शर्मा उर्फ अवधेश और उझानी निवासी मुकेश पाल भी मौजूद था।
उन तीनों ने खेड़ा बुजुर्ग निवासी महिला को पकड़ा और उसके साथ गलत काम करने लगे। इस पर उन्होंने दुष्कर्म करते समय ही उसकी हत्या कर दी। यह देख शहबाजपुर इलाके की रहने वाली महिला ने कहाकि उन लोगों ने यह क्या कर दिया। इस पर तीनों ने मिलकर उसे भी नीचे गिरा लिया और दुष्कर्म करते हुए उसकी भी गला दबाकर हत्या कर दी।
दोनों के शव कमरे से निकाल कर अंधेरे में टैंक में डाले
इसके बाद उन दोनों के शव उस कमरे से निकाल कर पड़ोस के चैंबर में खिड़की खोलकर रख दिए। जब अंधेरा हुआ तो वहां से शव निकाल कर पानी के टैंक में डाल दिए और वहां से घर चले गए। अगले दिन जब कोल्ड स्टोर मालिक का बेटा मढ़ई चौक निवासी मयूर गुप्ता कोल्ड स्टोर पहुंचा तो उसे पता चला कि टैंक में दो महिलाओं के शव पड़े हैं।
कार की डिग्गी में शव रखकर फेंके
इस पर उसने उन दोनों के शव निकलवाए। इसके बाद अपने विश्वास पात्र कर्मचारी थाना कुंवरगांव के गांव बाबट निवासी पप्पू उर्फ रामवीर यादव, शाहजहांपुर जिले के थाना परौर के गांव चपरा निवासी रामरतन उर्फ रतनपाल और मूसाझाग थाने के मल्लापुर निवासी प्रदीप के जरिए दोनों शव को मशीन ढकने वाली पालीथिन में बंधवाए। इसके बाद उन्हें अपनी कार दी। उसी कार की डिग्गी में शव रखकर फेंकने के आदेश दिए। इस पर वह तीनों बची झझरऊ के सूनसान इलाके में ले जाकर तीनों शव फेंक आए।ऐसा हुआ राजफाश
चार जुलाई को दोनों महिलाओं के शव उसहैत के बची झझरऊ के पास मिले थे। पांच जुलाई को उनकी शिनाख्त हो गई थी। पता चल गया कि दोनों महिलाएं कोल्ड स्टोर में आलू बीनने का काम करती हैं। पुलिस टीमें राजफाश में जुटीं तो एक मजदूर ने ही बताया कि हत्या बाहर नहीं बल्कि कोल्ड स्टोर में ही हुई है। इस पर पुलिस ने कोल्ड स्टोर में सुबूत जुटाने शुरू किए।
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