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बदायूं से BJP संघमित्रा मौर्य का काट सकती है टिकट, स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में होने के कारण लगाई जा रही अटकलें

पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपाई रहते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने बेटी संघमित्रा मौर्य को भाजपा से टिकट दिलाया वह सांसद बन गईं। बीते विधानसभा चुनाव से स्वामी प्रसाद मौर्य सपाई हो गए उनकी बेटी डॉ. संघमित्रा ने भी भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेताओं पर आरोप लगाए थे। परंतु उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी। उनकी सक्रियता तो बढ़ी है लेकिन भविष्य की स्थिति टिकट घोषित होने के बाद ही साफ होगी।

By Kamlesh Kumar Sharma Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 01 Feb 2024 09:05 PM (IST)
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बदायूं से BJP संघमित्रा मौर्य का काट सकती है टिकट
जागरण संवाददाता, बदायूं। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपाई रहते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने बेटी डॉ. संघमित्रा मौर्य को भाजपा से टिकट दिलाया, वह सांसद बन गईं। बीते विधानसभा चुनाव से स्वामी प्रसाद मौर्य सपाई हो गए, उनकी बेटी डॉ. संघमित्रा ने भी भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेताओं पर आरोप लगाए थे। परंतु उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी। उनकी सक्रियता तो बढ़ी है, लेकिन भविष्य की स्थिति टिकट घोषित होने के बाद ही साफ होगी।

बीते विधानसभा एवं निकाय चुनाव में वह भाजपा प्रत्याशी के प्रचार में शामिल नहीं थीं। एक महीने पहले वह सक्रिय हो गईं मगर, अब भाजपा नेताओं का मन उखड़ा सा लगता है।

नहीं मिला संबोधन का अवसर

27 जनवरी को मुख्यमंत्री के आगमन पर उन्हें मंच पर कुर्सी मिली मगर, संबोधन का अवसर नहीं मिला। इससे पहले जब उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बिल्सी आए थे, तब भी उन्हें मंच पर स्थान तो मिला था, लेकिन वहां भी संबोधन का अवसर नहीं मिला था। हालांकि विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान वह आयोजन में लगातार सक्रिय दिखी हैं।

पार्टी में जिला स्तर पर टिकट को लेकर अभी कोई हलचल नहीं दिख रही है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि कुछ भी हो सकता है। इनके पिता सपा में हैं। चर्चा थी कि पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को आजमगढ़ भेजकर सपा इस सीट से डा. संघमित्रा को अवसर दे सकती है मगर, ऐसा नहीं हुआ।

सपा ने धर्मेंद्र यादव को घोषित किया प्रत्याशी

सपा ने धर्मेंद्र यादव को इस सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया है। भाजपा में यहां से किसी मौर्य-शाक्य को मैदान में उतारने की दिशा में मंथन चल रहा है। नया चेहरे की भी तलाश चल रही है। ऐसे में डा. संघमित्रा के सामने राजनीतिक भविष्य बनाए रखने की चुनौती होगी। भाजपा का टिकट घोषित होने के बाद ही असमंजस खत्म होगा।

जिले में लोकसभा चुनाव की तैयारी चल रही है। चुनाव कार्यालय खोल दिया गया है। विधानसभा स्तर पर संचालन समितियां बनाई जा रही हैं। बूथ कमेटियों को सक्रिय करके पन्ना प्रमुख बनाए जा रहे हैं। जिला से लेकर बूथ स्तर तक तैयारी चल रही है। पार्टी जिसे भी टिकट देगी उसे पूरी मजबूती से चुनाव लड़ाकर संसद भेजा जाएगा।

- राजीव कुमार गुप्ता, जिलाध्यक्ष भाजपा

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