Badaun News: स्वास्थ्य विभाग में चल रहा कमीशन का खेल, 'हिस्सा' न मिलने पर नहीं पास किए जा रहे बिल
स्वास्थ्य विभाग में डिप्टी सीएमओ की कुर्सी छोटे साहब को समय से पहले मिल गई और बाद में प्रमोशन हुआ। इसलिए उन्होंने सीएमओ से सेटिंग बिठा रखी है और सीएमओ ने डिप्टी सीएमओ को सीएमएसडी सहित चार प्रमुख चार्ज दे दिए हैं।
By Rahul PatelEdited By: Vivek BajpaiUpdated: Wed, 16 Nov 2022 04:56 PM (IST)
बदायूं, जागरण संवाददाता। सीएमओ कार्यालय में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है, इससे तो अब सीएमओ कार्यालय के बाबू भी परेशान होने लगे हैं। कई बाबू तो गोपनीय तौर पर छोटे साहब की शिकायत बड़े साहब से करनेे लगे हैं। कई पटलों के चार्ज संभाल रहे डिप्टी सीएमओ ने छोटे बिलों को लटका दिया है। जिसके बाद शिकायतबाजी शुरू हुई है और भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे हैं।
स्वास्थ्य विभाग में डिप्टी सीएमओ की कुर्सी छोटे साहब को समय से पहले मिल गई और बाद में प्रमोशन हुआ। इसलिए उन्होंने सीएमओ से सेटिंग बिठा रखी है और सीएमओ ने डिप्टी सीएमओ को सीएमएसडी सहित चार प्रमुख चार्ज दे दिए हैं। जिसमें लाखों रुपये के बिल पास होते हैं। उनके संपर्क में गिने चुने लखनऊ के ठेकेदार हैं। कुछ ठेकेदार और बाबू गोपनीय तौर पर शिकायत कर रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि सीएमएसडी में लाखों रुपये के आर्डर चेहते ठेकेदारों को दिए जा रहे हैं।
ठेकेदार भी अधिकांश लखनऊ के हैं जो डिप्टी सीएमओ के संपर्क वाले हैं। मगर अब अंदरखाने विवाद इस बात का है कि बड़े-बड़े बिल पास करते हुए छोटे बिलों को डिप्टी सीएमओ नजरअंदाज करने लगे हैं। हजार, चार हजार वाले दर्जनों बिलों की फाइलों को डिप्टी सीएमओ और उनके पास काम कर रहे अवैध बाबू ने दबा दी हैं। ठेकेदारों की मानें तो साहब को बड़ा बिल और बड़ा कमीशन चाहिए, जबकि बड़े आर्डर संबधी ठेकेदारों को दिए जा रहे हैं। फिलहाल मामला एडी तक पहुंच गया है।
चार-चार गाड़ियां चला रहे साहब
डिप्टी सीएमओ पर वैसे ही तीन, चार पटल के चार्ज हैं ऊपर से वाहन अनुबंध का चार्ज दे दिया है। वह तीन-चार पटलों के अधिकारियों की गाड़ियों को अकेले रखे हुए हैं। वहीं वाहन अनुबंध पटल देख रहे हैं तो कई और गाड़ियों को अनाधिकृत तरीके से चलाया जा रहा है।
खाली बैठे एसीएमओ, चार्ज डिप्टी सीएमओ को
स्वास्थ्य विभाग में सिर्फ सेटिंग बिठाने वाले और कमाने वाले अधिकारियों की मौज है। स्वास्थ्य विभाग में दो-दो एसीएमओ हैं लेकिन चार्ज डिप्टी सीएमओ पर हैं। जबकि डा. प्रमोद कुमार व डा. पियूष गोयल सीनियर हैं। मगर मुख्य चार्ज नहीं दिए गए हैं।एडी बोले, जांच कराकर होगी कार्रवाई
एडी हेल्थ बरेली डा. दीपक ओहरी ने कहा कि सीएमओ ने किसको कौनसा चार्ज दे रखा है, इसकी जानकारी मुझे ज्यादा नहीं है लेकिन, अगर बिल पास करने को लेकर जो मामला है उसमें डिप्टी सीएमओ को ऐसा नहीं करना चाहिए। डिप्टी सीएमओ को सभी छोटे-बड़े बिल पास करने चाहिए। बाकी जिस तरह के आरोप हैं वह भ्रष्टाचार वाले हैं वह बेहद गंभीर हैं। सीएमओ अवकाश से लौट आएं। जांच कराकर कार्रवाई करते हैं।
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