बदायूं में बुखार की दस्तक, दो दिनों में तीन की गई जान- डॉक्टर भी हैरान; हर घर में कोई ना कोई बीमार
नगर के वार्ड नंबर चार निवासी कार चालक अमरजीत (42) पुत्र जसवंत चार दिन से बुखार आ रहा था। गुरुवार को सुबह लगभग चार बजे जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। उनको कई दिन पहले बुखार आया। दवा का असर न होने पर जिला अस्पताल लाया गया। यहां उनका इलाज चल रहा था। इसी वार्ड निवासी अंशु (14) पुत्र ज्ञानेंद्र भी कई दिनों से बुखार से पीड़ित था।
संसू, कुंवर गांव। नगर के हर वार्ड में बुखार जानलेवा बनकर लोगों पर टूट पड़ा है। हाल यह है कि नगर के दर्जनों लोग बीमार हैं। तकरीबन हर दूसरे से तीसरे घर में कोई न कोई बीमार हैं। वायरल बुखार की वजह से पिछले दो दिनों में ही एक बालक सहित तीन लोगों की अलग अलग समय पर हुई मृत्यु से बाकी दहशत में हैं। उधर मृत्यु के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में कैंप लगाया। 90 मरीजों की जांच व दवा दी गई।
चार दिन बाद तोड़ दिया दम
नगर के वार्ड नंबर चार निवासी कार चालक अमरजीत (42) पुत्र जसवंत चार दिन से बुखार आ रहा था। गुरुवार को सुबह लगभग चार बजे जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। उनको कई दिन पहले बुखार आया। दवा का असर न होने पर जिला अस्पताल लाया गया। यहां उनका इलाज चल रहा था। इसी वार्ड निवासी अंशु (14) पुत्र ज्ञानेंद्र भी कई दिनों से बुखार से पीड़ित था। स्वजन कस्बर में निजी डाक्टरों से इलाज करा रहे थे।
अंशु की भी गई जान
गुरुवार को हालत ज्यादा खराब होने परिवार वाले अंशु को बरेली ले जा रहे थे। अंशु ने रास्ते में दम तोड़ दिया। नगर निवासी प्रेमपाल (55) पुत्र श्याम बिहारी को बुखार आने पर स्वजन बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कराए थे। यहां इलाज के दौरान उन्होंने भी दम तोड़ दिया। नगर में 10 वार्ड हैं। हर वार्ड के घरों में कोई ना कोई बुखार से पीड़त है। लोगों का कहना है बीमारी का मुख्य कारण गंदगी है। बीमार लोगों को नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है।90 लोगों की हुई जांच
बुखार से तीन लोगों की मृत्यु होने के बाद जिला मलेरिया अधिकारी डा. योगेश सारस्वत अपनी चार टीमों के साथ वार्ड चार में पहुंचे। यहां मरने वालों के परिवार वालों के साथ ही 90 लोगों की जांच की। हालांकि रिपोर्ट में सभी निगेटिव निकले। घटपुरी स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी नरेंद्र पटेल ने कैंप लगाकर लोगों को दवा बांटी।
बरतें एहतियात
-फुल पैंट और लंबी आस्तीन वाली शर्ट पहनकर अपनी त्वचा को ढकें।-मच्छर भगाने वाली दवा, मच्छरदानी का प्रयोग करें।-घरों के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें।-आसपास सफाई पर ध्यान दें।-घरों के बर्तन, कूलर, टायर, टीन डिब्बे समेत अन्य स्थानों पर पानी न एकत्र न होने दें।
90 की जांच में किसी को डेंगू या मलेरिया नहीं निकला है। ज्यादातर मरीज वायरल बुखार से पीड़ित हैं। जिनको उचित उपचार दिया गया है। बीमारी से बचाव के लिए घरों के आसपास साफ सफाई के दिशा निर्देश दिए हैं।
-डा. योगेश सारस्वत, जिला मलेरिया अधिकारी
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