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Govt Hospital : प्राइवेट हॉस्पिटल में नहीं देनी होगी महंगी फीस, अब 15 नवंबर से यूपी के इन सभी 25 पीएचसी पर होगी नार्मल डिलीवरी

जनपदीय स्वास्थ्य टीम को केवल रूम स्टाफ व अन्य जरूरी संसाधन देना होगा। इसमें सबसे महत्वपूर्ण तैनाती है जो तय समय 15 नवंबर से पहले ही पूर्ण करना होगा। शासन से जनपद के लिए प्रसव के लिए टेबल आक्सीजन आग बुझाने के इंतजाम पैड हीमोग्लोबीन जांच यंत्र सहित सभी उपकरण जिले को मिलने हैं। यहां से इसे पीएचसी में दिया जाना है।

By Raghvendra Chandra Shukla Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sat, 26 Oct 2024 03:25 PM (IST)
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शासन के निर्देश के बाद पीएचसी के डिलीवरी रूम के रंगाई पुताई का काम तेज।
राघवेन्द्र शुक्ल, बदायूं। संस्थागत प्रसव में मंडल में अव्वल रहने वाला बदायूं जिला अब जनपद के सभी 25 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नार्मल डिलेवरी (प्रसव) की तैयारी कर चुका है। शासन स्तर से ही इन सभी पीएचसी के लिए जरूरी उपकरण क्रय किए जा चुके हैँ। यहां तक कि इसमें से तमाम उपकरण जिले को उपलब्ध भी हो चुके हैं। पहले चरण में अस्पताल के डिलेवरी रूम को बेहतर बनाना फिर जरूरी संसाधनों के साथ एक साथ 15 नवंबर से इसकी शुरुआत करना है।

पूरे जिले में अभी 25 पीएचसी संचालित

उधर जिला स्वास्थ्य कमेटी की बैठक में डीएम निधि श्रीवास्तव ने भी तय समय के अंदर इसे शुरू करने का आदेश जारी कर दिया है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक ने तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। जनपद में इस समय कुल 25 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हैं। इन सभी जगहों पर चिकित्सक के साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती है। पीएचसी के जरिए जुड़े चार से सात गांवों के लोगों को चिकित्सकीय सुविधा हासिल हो जाती है।

प्रसव के दौरान कई महिलाओं की हुई मौत

जनपद में हाल ही में प्रसव के दौरान महिलाओं के मौत के कई मामले सामने आए थे। इसमें प्रसव पीड़िता को पीएचीस में व्यवस्था न होने की वजह से झोलाछाप के पास स्वजन ले गए और गलत दवा या उपचार से उसकी जान चली जा रही है। ऐेसे मामलों को रोकने के लिए शासन स्तर से ही जनपद के सभी 25 स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसूता की नार्मल डिलेवरी का निर्देश दिया गया। इसमें जरूरी सभी उपकरण शासन स्तर से ही उपलबध कराया जाएगा।

जनपदीय स्वास्थ्य टीम को केवल रूम, स्टाफ व अन्य जरूरी संसाधन देना होगा। इसमें सबसे महत्वपूर्ण तैनाती है जो तय समय 15 नवंबर से पहले ही पूर्ण करना होगा। शासन से जनपद के लिए प्रसव के लिए टेबल, आक्सीजन, आग बुझाने के इंतजाम, पैड, हीमोग्लोबीन जांच यंत्र सहित सभी उपकरण जिले को मिलने हैं। यहां से इसे पीएचसी में दिया जाना है।

जिला कार्यक्रम प्रबंधक केके शर्मा ने बताया कि कई स्वास्थ्य केंद्रों में एएनएम और स्टाफ नर्स की तैनाती है। जहां नहीं है उसके लिए तैनाती सीएमओ के स्तर से की जा रही है। सामान सारे मिल चुके हैं। अब डिलेवरी रूम की रंगाई पुताई व बिजली-पानी की व्यवस्था को बेहतर किया जा रहा है। केंद्र 24 घंटे चलेगा और इससे काफी हद तक संस्थागत प्रसव के ग्राफ में बढ़ोत्तरी दिखेगी।

सीएमओ निर्देश दिया गया है कि वह 15 नवंबर तक सभी 25 पीएचसी में प्रसव का कार्य शुरू करा दें। किसी भी हालत में लापरवाही अक्षम्य होगी। जिनकी भी डयूटी लगेगी वह जिम्मेदारी पूर्वक अपने दायित्व का निर्वहन करें। इसकी लगातार मेरे व शासन स्तर से मानीटरिंग की जा रही है।

निधि श्रीवास्तव, डीएम

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