Badaun के 88 स्कूलों में एक भी नया प्रवेश नहीं, BSA ने प्रिसिंपल्स को दी चेतावनी; रोका जाएगा वेतन
बदायूं जिले से हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है। जनपद के 70 प्राइमरी और 18 अपर प्राइमरी स्कूल ऐसे हैं जिनमें नए सेशन में क्लास एक और क्लास 6 में एक भी छात्र का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने इन सभी स्कूलों के प्रिंसिपल्स को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि एडमिशन नहीं हुआ तो वेतन रोक दिए जाएगा।
जागरण संवाददाता, बदायूं। परिषदीय स्कूलों में अधिक से अधिक नामांकन के लिए सरकार की ओर से तमाम प्रयास किए जाते हैं। बच्चों का स्कूल में दाखिला कराने के लिए अभिभावकों को प्रेरित करने के लिए स्कूल चलो अभियान चलाया जाता है। लेकिन इस वर्ष के जो आंकड़े आए हैं उसने चौका दिया है।
जनपद के 70 प्राथमिक और 18 उच्च प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं जिनमें नए सत्र में कक्षा एक और 6 में एक भी बच्चे का नामांकन नहीं हुआ है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने उन सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को चेतावनी जारी की है और कहा है कि नामांकन नहीं हुआ तो उनका वेतन रोक दिए जाएंगा।
नया सत्र शुरू हुए चार माह हो गए हैं। स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के लिए स्कूल चलो अभियान चलाया गया। जन जागरूकता रैलियां निकाली गईं। शिक्षकों को निर्देश दिए गए थे कि एक भी बच्चा नामांकन से वंचित न रहे, इसके लिए वह संबंधित बच्चों के अभिभावकों से संपर्क कर उनका नामांकन कराएं।
नवीन नामांकन की ब्लाक स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारी समीक्षा बैठक भी करते रहे, लेकिन अब जो आंकड़े सामने आए हैं वह चौंकाने वाले हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक में 70 प्राथमिक विद्यालय ऐसे सामने आए हैं जिनमें इस सत्र में कक्षा एक में एक भी बच्चे का नामांकन नहीं हुआ है। इसी तरह 18 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं जहां पर कक्षा 6 में कोई नामांकन नहीं हुआ है।
महानिदेशक स्तर से जारी हुई सूची के अनुसार स्कूलों में प्रेरणा पोर्टल पर एक भी बच्चे का नामांकन होना नहीं दर्शाया है। इस स्थिति को गंभीर मानते हुए महानिदेशक स्कूली शिक्षा ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी नोटिस जारी किया है। जिसके क्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इन सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को चेतावनी पत्र जारी किया है।
बीएसए ने चेतावनी दी है यदि प्रेरणा पोर्टल पर इन कक्षाओं में बच्चों की संख्या जल्द नहीं दर्शाई गई तो कराई गई तो इस महीने का वेतन रोक दिया जाएगा। 86 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी होने से उनमें खलबली मची हुई है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।हर वर्ष होता है परिवार सर्वेक्षण
परिषदीय स्कूलों में एक भी बच्चा नामांकन से न छूटे इसके लिए हर वर्ष शिक्षकों द्वारा परिवार सर्वेक्षण किया जाता है। गांव या वार्ड के प्रत्येक परिवार का पूरा डाटा संकलित किया जाता है। सर्वेक्षण के अनुसार शिक्षकों को यह पता चल जाता है कि कौन सा बच्चा किस कक्षा में प्रवेश के लिए योग्य हो गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इन 86 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने परिवार सर्वेक्षण रिपोर्ट को नहीं देखा या फिर सर्वेक्षण ही नहीं कराया गया।कहीं निजी स्कूलों में तो नहीं हुआ दाखिला
जिले के 86 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में एक भी बच्चे का नामांकन नहीं होना विभागीय अधिकारियों से लेकर उन विद्यालयों के शिक्षकों के लिए भी चिंता की बात है। यह भी माना जा रहा है क्या उन गांव के बच्चों ने निजी स्कूलों में दाखिला लिया है या फिर कोई और वजह रही है, इसकी वजह से उन्होंने स्कूलों में प्रवेश नहीं कराया है।यह भी पढ़ें: यूपी के बेसिक स्कूलों में नए एडमिशन पर सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट; 5350 विद्यालयों का ऐसा हालयह भी पढ़ें: UP में RTE के तहत करीब 82 हजार बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में फ्री एडमिशन मिलेगाहर सत्र में जितने बच्चों का नामांकन होता है उसकी संख्या प्रेरणा पोर्टल पर दी जाती है। जिले के 86 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में इस वर्ष एक ही बच्चों के प्रवेश नहीं हुआ है। उन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को निर्देश दे दिया गया है और यदि उन्होंने प्रेरणा पोर्टल पर प्रवेश को अंकित नहीं कराया तो उनका अगस्त माह का वेतन रोक दिया जाएगा।
वीरेंद्र कुमार सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी