अब परिषदीय स्कूलों में ही उगी सब्जियां खाएंगे बच्चे, किचन गार्डन बनाने की तैयारी; पोषण-जागरुकता के लिए उठाया गया कदम
बदायूं के परिषदीय विद्यालयों में किचन गार्डन बनाने की पहल जोरों पर है। करीब 600 स्कूलों में पहले से ही किचन गार्डन मौजूद हैं और अब पर्याप्त जगह वाले और स्कूलों में इन्हें विकसित करने की तैयारी है। प्रत्येक स्कूल को इसके लिए 5000 रुपये की धनराशि दी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को पोषण के महत्व के बारे में जागरूक करना है।
जागरण संवाददाता, बदायूं। जिले के परिषदीय स्कूलों में किचन गार्डन बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इसके लिए विभाग द्वारा बजट भी जारी हो चुका है। वहीं विभागीय अधिकारियाें का कहना है कि अभी तक लगभग 600 परिषदीय स्कूलों में किचन गार्डन बने हुए हैं।
जिन विद्यालयों में पर्याप्त भूमि है उनमें ही किचन गार्डन बनाए जाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए प्रत्येक स्कूल को पांच पांच हजार की धनराशि दी जाएगी। शासन की ओर से बेसिक शिक्षा विभाग को बजट आवंटित किया गया है।
कोरोना काल में करीब 1000 स्कूलों में किचन गार्डन हुए थे तैयार
जिले में 2155 परिषदीय स्कूल संचालित हैं। कोरोना काल से पूर्व जिले में करीब एक हजार स्कूलों में किचन गार्डन तैयार कराए थे। उनमें सब्जियां तथा फल फूल उगाए गए थे। कोरोना काल के चलते स्कूलों में किचन गार्डन तैयार किए जाने की योजना को बंद हो गई थी। अब फिर से इस योजना को शुरू किया गया है।यह भी पढ़ें- यूपी के बदायूं का महिला अस्पताल बना लोगों की पंचायत का अड्डा, मरीज सोते हैं जमीन पर- लोग बेड पर लड़ाते हैं गप्पे
शासन से मिल चुका है बजट
जिले के करीब पांच सौ स्कूलों में किचन गार्डन तैयार कराए जाएंगे। हालांकि विभाग का कहना है कि अभी करीब 600 स्कूलों में किचन गार्डन तैयार हैं। इसके लिए प्रत्येक स्कूल को पांच हजार रुपये के हिसाब से धनराशि दी जाएगी। स्कूलों का चयन करने के लिए विभाग द्वारा सर्वे कराया जा रहा है। जिसमें ऐसे स्कूलों का चयन किया जाएगा, जिसमें पर्याप्त मात्रा में भूमि उपलब्ध होगी। इसके बाद धनराशि आवंटित कर दी जाएगी।शासन से विभाग को बजट प्राप्त हो चुका है। अब स्कूलों का सर्वेक्षण कराने के लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से उन स्कूलों के नाम मांगे हैं जहां किचन गार्डन नहीं हैं। साथ ही वहां पर पर्याप्त मात्रा में भूमि उपलब्ध हो।
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