अब देहात में कब्जामुक्त होगी सोत नदी, मजिस्ट्रेट नामित
मानसून सत्र में शहरी क्षेत्र में सोत नदी से कब्जे हटवाए। लालपुल पर बंद स्त्रोत खुले तो 20 वर्ष सूखी नदी में पानी दिखने लगा। मगर बरसात तेज होने से यह अभियान रुक गया। अब मानसून सत्र खत्म हो चुका है। अब अफसर फिर से सोत नदी की सफाई और उसकी जमीन से कब्जा हटवाने की तैयारी में है। सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार के नेतृत्व में अक्टूबर माह में अभियान चलेगा। इसके लिए सात मजिस्ट्रेट नामित किए गए हैं।
जेएनएन, बदायूं : मानसून सत्र में शहरी क्षेत्र में सोत नदी से कब्जे हटवाए। लालपुल पर बंद स्त्रोत खुले, तो 20 वर्ष सूखी नदी में पानी दिखने लगा। मगर, बरसात तेज होने से यह अभियान रुक गया। अब मानसून सत्र खत्म हो चुका है। अब अफसर फिर से सोत नदी की सफाई और उसकी जमीन से कब्जा हटवाने की तैयारी में है। सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार के नेतृत्व में अक्टूबर माह में अभियान चलेगा। इसके लिए सात मजिस्ट्रेट नामित किए गए हैं।
सोत नदी पर दो दशक पहले से माफिया कब्जा करने में जुटे थे। शहरी क्षेत्र में नदी के दोनों किनारों पर जमीन महंगी होने पर उसको कब्जा लिया। फिर जमीन को मोटे दामों में बेचा। इससे यहां पर निर्माण भी होने लगे। इससे नदी का अस्तित्व खत्म होने लगा और नदी सूखती चली गई। इस बार नदी को पुन: जीवित को इसकी जमीन से कब्जा हटवाया गया। अब डीएम कुमार प्रशांत ने सात मजिस्ट्रेट इसकी निगरानी को नामित किए हैं। उनकी देखरेख में यह कार्य पूरा किया जाएगा। राजस्व विभाग ने जहां पर जमीन की नाप जोख की है। वहां तक पूरी तरह से कब्जा हटवाया जाएगा। वर्जन ..