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Badaun Double Murder Case: 'पुलिस ने जो किया सही किया…' सगे भाइयों की हत्या करने वाले साजिद के एनकाउंटर पर बोली मां

बदायूं में मंगलवार शाम सदर कोतवाली क्षेत्र के बाबा कालोनी में मुस्लिम नाई ने हिंदू परिवार घर में घुसकर दो बच्चों की छुरे और उस्तरा से हमला कर हत्या कर दी। इससे सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया। आक्रोशित लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया और हंगामा करने लगे। दुकानों में तोड़फोड़ करने क बाद उसमें आग लगा दी। मौके पर पहुंची कई थानों की फोर्स।

By Jagran News Edited By: Riya Pandey Updated: Wed, 20 Mar 2024 01:51 PM (IST)
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बदायूं दोहरे हत्याकांड में आरोपी की मां ने बेटे के एनकाउंटर को बताया सही फैसला
जागरण संवाददाता, बदायूं। Badaun Double Murder Case: पोस्टमार्टम के बाद साजिद का शव लेने उसकी मां नजरीन पहुंची थी। उसने बताया कि उसके दोनों बेटे बदायूं में सैलून चलाते थे। मुहल्ले के लोग बहुत अच्छे थे, हमेशा मदद करते रहते थे। उसके बेटे ने दो बच्चों को मारकर गलत किया। उनकी मां पर क्या बीत रही होगी मैं समझ सकती हूं। पुलिस ने जो किया सही किया।

साजिद के पिता और चाचा को पुलिस ने पकड़ा 

एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मंगलवार (19 मार्च) शाम को हेयर ड्रेसर साजिद छुरे से वार कर बालक आयुष और अहान की हत्या कर रहा था, दरवाजे पर उसका भाई जावेद पहरा देता रहा। रात एक बजे बच्चों के पिता विनोद की ओर से दर्ज प्राथमिकी में इसका उल्लेख किया गया है।

साजिद का रात ही एनकाउंटर किया जा चुका है। अब पुलिस जावेद की तलाश में लगी है। दोनों भाइयों पर हत्या का अभियोग दर्ज किया गया है। जावेद की गिरफ्तारी को चार टीमें लगाई गई है। अब तक उसका पता नहीं चल सका है। सखानू से पुलिस ने साजिद के पिता बाबू और उसके चाचा को पकड़ लिया है और पूछताछ की जा रही है। 

ये है मामला

मंडी चौकी से आधा किमी दूर बाबा कालोनी में रहने वाले ठेकेदार विनोद सिंह मोहम्मदी में पानी की टंकी निर्माण करा रहे इसलिए मंगलवार को घर में नहीं थे। पुलिस के अनुसार, उनके पड़ोस में किराये की दुकान में साजिद सैलून संचालित करता है। मंगलवार शाम 4.30 बजे वह दुकान बंदकर गया। इसके बाद शाम 5:30 बजे अचानक विनोद के घर पहुंचा। उनकी मां होमगार्ड मुन्नी देवी ने बताया कि पड़ोसी दुकानदार होने के कारण साजिद से परिचय था।

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पत्नी के प्रसव के लिए मांगने गया था रुपये

उसने कहा कल पत्नी का प्रसव होना है इसलिए पांच हजार रुपये उधार चाहिए। उसकी जरूरत समझकर विनोद की पत्नी सुनीता से बात करने को कहा। सुनीता ने पति से फोन पर बात कर साजिद से कहा कि कुछ देर रुको, रुपये देती हूं। इतने में वह इंतजार करने की बात कहकर दूसरी मंजिल पर चला गया। वहां उसने विनोद के बेटे आयुष (12), अहान (8) की गर्दन काटकर हत्या कर दी। करीब 20 मिनट बाद तीसरा बेटा पीयूष छत पर पहुंचा तो दोनों भाइयों के शव देखकर चीख पड़ा।

साजिद ने उस पर भी प्रहार किया मगर, वह जान बचाकर भाग निकला। उसकी चीख सुनकर छत की ओर दौड़े, इतने में साजिद बाहर की ओर भागा। दूसरी ओर, घटनास्थल पर एकत्र भीड़ 8.30 बजे आक्रोशित हो गई। साजिद व कुछ अन्य दुकानों का निशाना बनाया गया। रात 9:30 बजे बड़ी संख्या में पीएसी, पुलिस और अर्द्धसैनिक बल लगाकर स्थिति पर काबू पाया जा सका। 

जवाबी फायरिंग में मारा गया आरोपित 

पुलिस के अनुसार, आरोपित मौके से फरार हो गया था। बाद में उसे पकड़कर थाने ले जाने के लिए वाहन में बैठाया। शेखूपुर के जंगल के पास वह अचानक वाहन से कूदकर भागा। घेराबंदी करने पर उसने तमंचे से फायरिंग की। पुलिस ने जवाबी गोली चलाई, जिसमें वह मारा गया। मुठभेड़ में सिविल लाइंस थाने के इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई भी घायल हुए हैं।

देर रात तक कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, आइजी डा. राकेश पांडेय, डीएम मनोज कुमार और एसएसपी आलोक प्रियदर्शी घटनास्थल पर मौजूद रहे। एसएसपी ने बताया कि आरंभिक तौर पर तीन हमलावरों की सूचना थी, मगर विनोद ने सिर्फ साजिद को हमलावर बताया।  

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