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Rat Case Badaun : बदायूं में चूहों ने कुतर दिए वेंटीलेटर पर रखे मरीज के अंग; सोता रहा ICU स्टाफ

प्राचार्य डा. एनसी प्रजापति को जानकारी दी तो उनका जवाब था कि सोमवार को प्रकरण देखेंगे। रामसेवक गुप्ता सात जून को दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। स्वजन के अनुसार दिल्ली में उपचार कराया मगर सुधार नहीं हुआ। 30 जून को उन्हें स्थानीय राजकीय मेडिकल कालेज में रेफर करा लिया। एक सप्ताह से उनकी हालत बिगड़ती जा रही थी इसलिए वेंटीलेटर पर रखा गया।

By Mohammed AmmarEdited By: Mohammed AmmarUpdated: Sun, 23 Jul 2023 09:50 PM (IST)
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Rat Case Badaun : बदायूं में चूहों ने कुतर दिए वेंटीलेटर पर रखे मरीज के अंग; सोता रहा ICU स्टाफ

जागरण संवाददाता, बदायूं : Badaun Medical College : बदायूं में राजकीय मेडिकल कॉलेज के आइसीयू में वेंटीलेटर पर भर्ती मरीज के कान, पैरों की अंगुलियां चूहे ने कुतर दीं। माथे पर जख्म कर दिए। पत्नी उन्हें देखने पहुंची, तब भी चूहा पैर की अंगुली कुतरने का प्रयास कर रहा था। उनकी आपत्ति पर कर्मचारी पल्ला झाड़ने लगे। रविवार शाम तक स्वास्थ्य अधिकारी लापरवाह स्टाफ पर कार्रवाई के बजाय पर्दा डाल रहे थे।

प्राचार्य बोले- अब सोमवार को देखेंगे 

प्राचार्य डा. एनसी प्रजापति को जानकारी दी तो उनका जवाब था कि सोमवार को प्रकरण देखेंगे। रामसेवक गुप्ता सात जून को दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। स्वजन के अनुसार, दिल्ली में उपचार कराया मगर, सुधार नहीं हुआ। 30 जून को उन्हें स्थानीय राजकीय मेडिकल कालेज में रेफर करा लिया। एक सप्ताह से उनकी हालत बिगड़ती जा रही थी इसलिए वेंटीलेटर पर रखा गया।

पत्नी स्वाती शुक्रवार को उन्हें देखने पहुंचीं तब शरीर पर चादर थी। शनिवार देर रात पहुंचीं पत्नी ने बताया कि पति के माथे व कान की त्वचा पर कुछ जगह खून दिखा। चादर हटाई तो पैर की अंगुलियों में भी जख्म थे। प्रथम²ष्टया समझ नहीं आया कि ऐसा क्यों हो रहा। उसी दौरान एक चूहा पति के पैर की अंगुली कुतरता दिखा।

इस पर स्टाफ को आवाज लगाई, मगर कोई नहीं आया। वार्ड ब्वाय कहीं सो रहा था। बोलीं, चूहा इससे पहले पति के पैर की तर्जनी अंगुली पूरी तरह कुतर चुका था। इसके विरोध में काफी देर हंगामा होता रहा। काफी देर बाद एक वार्ड ब्वाय ने तर्जनी में पट्टी की और चला गया। स्वाती का आरोप है कि रविवार दोपहर भी डाक्टर से शिकायत करनी चाही मगर, किसी ने ध्यान नहीं दिया। जबकि आइसीयू में एक डाक्टर एवं एक वार्ड ब्वाय की हर समय तैनाती का निर्देश है।

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