Badaun News: टेलर की हुनरमंद बेटी ने एक हाथ से एक साथ बना दिए 15 चित्र, उद्योगपति आनंद महिंद्रा भी हुए मुरीद
Artist Noorjahan पिता महमूद गनी बताते हैं कि वह कोई भी चित्र सिर्फ एक बार देखती इसके बाद पेंसिल से वैसी ही आकृति उकेर देती है। मां फरजाना सराहना करती तो उत्साहित होकर वह नये चित्र बनाने में डट जाती।
बदायूं, (प्रवेश ठाकुर)। Artist Noorjahan: सिलाई कर परिवार का गुजारा करे वाले महमूद गनी की बेटी नूरजहां का हुनर अद्वितीय है। उन्होंने एक हाथ से एक साथ 15 महापुरुषों के चित्र बनाए तो कद्रदानों ने सिर-माथे पर जगह दी। उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने भी ट्वीट कर उनके हुनर को सहारा। वीडियो साझा करते हुए लिखा कि उसमें यह हुनर वाकई है तो स्कालरशिप देकर आगे बढ़ाएंगे।
सालारपुर के विजय नगला में रहने वाली नूरजहां की प्रतिभा तो छह वर्ष की आयु में ही दिखने लगी थी मगर, आर्थिक कमजोर परिवार उसको लेकर गंभीर नहीं हो सका। पिता महमूद गनी बताते हैं कि वह कोई भी चित्र सिर्फ एक बार देखती, इसके बाद पेंसिल से वैसी ही आकृति उकेर देती है। मां फरजाना सराहना करती तो उत्साहित होकर वह नये चित्र बनाने में डट जाती। करीब दो वर्ष पहले कुछ ग्रामीणों ने सलाह दी कि उससे पेटिंग कराकर चित्रों की प्रदर्शनी लगवा दें मगर, आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी।
कक्षा नौ की छात्रा है नूरजहां
उन्होंने कहा कि बेटी इन परिस्थितियों से जूझते हुए खुद को निखारती रही। प्रशिक्षक को देने के लिए शुल्क नहीं था, इसलिए बेटी यू ट्यूब के माध्यम से नये प्रयोग करती रही। आठ भाई-बहनों में पांचवें नंबर की नूरजहां राजकीय कन्या इंटर कालेज में कक्षा नौ में पढ़ रहीं। स्कूल के बाद नियमित दो-तीन घंटे अपनी कला को देने वाली छात्रा कहती है कि कुछ समय पहले राजस्थान के अजय मीना के संपर्क में आई। वह पेंटिंग आदि के वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर साझा करते हैं। उन्हें एक साथ 15 चित्र बनाकर दिखाए तो अचंभित रह गए। उन्होंने मेरा वीडियो भी साझा किया, जिसके बाद पहचान मिलती गई।
कई राज्यों से मिल रहे आर्डर
नूरजहां कहती हैं कि अब पंजाब, हरियाणा के कुछ शहरों से आनलाइन आर्डर मिल जाते हैं। उनके बताए चित्र बनाकर पार्सल कर भेज देती हूं। उम्मीद है कि यह हुनर देश के कई हिस्सों में पहुंचता रहेगा और परिवार को आर्थिक सहायता भी मिल सकेगी। पूरा परिवार पिता की आय पर आश्रित है। सिलाई के आर्डर कम मिलें तो दैनिक खर्च पूरे करना कठिन हो जाता है। खेती भी नहीं है।
इस तरह बनाए एक साथ 15 चित्र
विशेष स्कैच या पेटिंग के लिए नूरजहां नये प्रयोग करती हैं। वह कहती हैं कि अनोखे प्रयोग कर विश्व रिकार्ड बनाने की इच्छा है। इसी धुन में एक साथ 15 महापुरुषों के चित्र बनाने की ठानी। इसके लिए लकड़ी का फ्रेम बनाया, जिसमें कई चौकोर खाने थे। प्रत्येक खाने में विविध रंगों वाले पेन लगा दिए। एक हाथ से स्टैंड को कैनवस पर इस तरह चलाती हैं कि उसमें लगे सभी 15 पेन अलग चित्र उकेरने लगते हैं। किसी हिस्से का रंग डार्क करना हुआ तो उस हिस्से वाले पेन पर अधिक दबाव देती हैं, ताकि स्याही ज्यादा आए। लगातार अभ्यास से यह सहज हो गया। उन्हें आरंभिक शिक्षा देने वाले प्राइमरी स्कूल के शिक्षक अजय सक्सेना बताते हैं कि बचपन से ही उसमें अद्भुत प्रतिभा देखी। राजस्थान में स्वयंसेवी संस्था चलाने वाले अजय से संपर्क हुआ तो नूरजहां के बारे में बताया। उन्हीं के माध्यम से नूरजहां ने अब अपना यू ट्यूब चैनल भी बना लिया है।