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जिस क्लर्क ने PM आवास योजना में किया भ्रष्टाचार, 18 दिन बाद अफसरों ने दिया उसको प्रमोशन- मिल गया यह पद

PM Aawas Yojna उसावां ब्लाक में प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार हुआ है। यहां पर पात्रों को दरकिनार करते हुए अपात्र लोगों को रिश्वत लेकर आवास बांट दिए गए। मामला तब प्रकाश में आया जब ब्लाक के किशनी खाम गांव के लोगाें ने जिला प्रशासन के पास आकर शिकायत की थी। गांव में 10 स्थानों पर पति और पत्नी दोनों को आवास दिए जाने का मामला पकड़ में आया।

By Prabha Shankar Edited By: Mohammed Ammar Published: Fri, 01 Mar 2024 06:08 PM (IST)Updated: Fri, 01 Mar 2024 06:08 PM (IST)
जिस क्लर्क ने PM आवास योजना में किया भ्रष्टाचार, 18 दिन बाद अफसरों ने दिया उसको प्रमोशन-

जागरण संवाददाता, बदायूं: अपात्रों को आवास दिए जाने के मामले में जिस पटल सहायक पर खंड विकास अधिकारी ने कार्रवाई करते हुए विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की थी। जिले पर बैठे अधिकारियों की कृपा दृष्टि से उसी कर्मचारी को पदोन्नति देते हुए प्रधान सहायक बना दिया गया है। यह मामला उसावां ब्लाक से जुड़ा हुआ है। यहां पर 10 स्थानों पर पति पत्नी दोनों को आवास देने के मामले आए थे। जिसके बाद से जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना में हुए भ्रष्टाचार की कलई खुल गई थी।

अपात्र लोगों को रिश्वत लेकर दे दिए थे आवास 

उसावां ब्लाक में प्रधानमंत्री आवास योजना में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। यहां पर पात्रों को दरकिनार करते हुए अपात्र लोगों को रिश्वत लेकर आवास बांट दिए गए। मामला तब प्रकाश में आया जब ब्लाक के किशनी खाम गांव के लोगाें ने जिला प्रशासन के पास आकर शिकायत की थी। गांव में 10 स्थानों पर पति और पत्नी दोनों को आवास दिए जाने का मामला पकड़ में आया।

जिसके बाद खंड विकास अधिकारी अखिलेश चौबे ने आवास पटल देख रहे वरिष्ठ सहायक रवि बाबू सक्सेना को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की थी। जिसमें कहा गया था कि वरिष्ठ सहायक रवि सक्सेना घोर लापरवाह कर्मचारी है। भविष्य में इन्हें स्थापना पटल के अतिरिक्त अन्य कोई महत्वपूर्ण कार्य न दिया जाए।

18 दिन में ही दे दिया प्रमोशन

जिसके बाद बीडीओ का तबादला हो गया। नियमानुसार प्रतिकूल प्रविष्टि के बाद कर्मचारी को उसके विभाग में पदाेन्नति दिए जाने में कठिनाई होती है। मगर विकास भवन में बैठे अधिकारियों ने आवास योजना में भ्रष्टाचार के दोषी बाबू को 18 दिन में ही प्रधान सहायक पद पर पदोन्नति दे दी।

नौ फरवरी को बीडीओ की तरफ से बाबू को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि का पत्र जारी हुआ था। जबकि 28 फरवरी को मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार की ओर से जारी हुए आदेश में उसावां ब्लाक में कार्यरत बाबू रवि सक्सेना को प्रधान सहायक पद पर पदोन्नत कर जिला विकास अधिकारी कार्यालय में योगदान देने का जिक्र किया गया है। ऐसे में व्यवस्था पर सवाल खड़े होने शुरू हो चुके हैं।

इन स्थानों पर आवास आवंटन में हुई गड़बड़ी

उसावां ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत मुगर्रा महानगर में रिश्वत लेने का आडियो वायरल हुआ था। जिसमे तकनीकी सहायक को बर्खास्त किया गया। साथ ही आवास पटल देख रहे वरिष्ठ सहायक रवि सक्सेना के खिलाफ भी विभागीय जांच हुई थी। ब्लाक म्याऊं के धर्मपुर में भी अपात्र को पीएम आवास की किस्त जारी करने पर रवि बाबू सक्सेना की लापरवाही सामने आई थी। ब्लाक उसावां के किशनी खाम गांव का मामला काफी चर्चा में रहा। यहां पर पति और पत्नी दोनों को आवास मिले।

बंद आया मुख्य विकास अधिकारी का फोन

इस प्रकरण के संबंध में जब मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार से बात करनी चाही तो पहले तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद उनका फोन बंद आने लगा। जिस कारण मुख्य विकास अधिकारी से बात नहीं हो पाई।


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