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UP Crime: बेटे ने पिता को दौड़ाकर मारी चार गोलियां, कह रहा था- जमीन मेरे नाम कर दो; नौ साल से अलग रह रहा था मृतक

जमीन के रुपये और शेष बची जमीन अपने नाम कराने का दबाव बना रहे बेटे ने रविवार सुबह खेत पर काम कर रहे पिता की गोली मारकर हत्या कर दी। एक दिन पहले हुए विवाद के बाद रविवार को वह अपने तीन साथियों के साथ पहुंचा और वारदात को अंजाम दे डाला। देर शाम तक इस मामले में पुलिस को तहरीर नहीं मिली थी।

By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Sun, 19 Nov 2023 08:24 PM (IST)
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सुभाष की हत्या के बाद विलाप करते स्वजन। जागरण
संवाद सूत्र, बदायूं। बेची गई जमीन के रुपये और शेष बची जमीन अपने नाम कराने का दबाव बना रहे बेटे ने रविवार सुबह खेत पर काम कर रहे पिता की गोली मारकर हत्या कर दी। एक दिन पहले हुए विवाद के बाद रविवार को वह अपने तीन साथियों के साथ पहुंचा और वारदात को अंजाम दे डाला। 

देर शाम तक इस मामले में पुलिस को तहरीर नहीं मिली थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो उसमें तीन गोलियां, एक छाती के पास, एक हाथ में और एक कान के पास लगी पाई गई। पुलिस मृतक के आरोपी बेटे और उसके साथियों की तलाश में लगी है।

यह है पूरा मामला

मामला उघैती थाना क्षेत्र के गांव शरह बरौलिया गांव का है। पुलिस के मुताबिक, गांव निवासी सुभाष सिंह अपने बेटे सचिन और पत्नी सरोजा से विवाद के चलते बीते नौ साल से अपने तहेरे भाई मुनेश के साथ रह रहे थे। 

कुछ दिन पहले ही अपनी बीमारी के इलाज के लिए उन्होंने अपनी नौ बीघा जमीन करीब 20 लाख रुपये में बेची थी। इसकी जानकारी जब उसके इकलौते बेटे सचिन को मिली तो वह पिता सुभाष से वह रुपये मांग रहा था, लेकिन पिता ने वह रुपये अपने तहेरे भाई को दे दिए थे, जिससे उसका इलाज हो सके। इसके चलते बेटे से उनका लगातार विवाद चल रहा था।

 

जब पिता ने रुपये देने से मना कर दिया तो बेटे ने शेष बची जमीन को अपने नाम करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया, लेकिन सुभाष नहीं मान रहे थे। इसके चलते शनिवार को भी पिता और बेटे के बीच विवाद हुआ था। 

सुबह दस बजे के बाद मारी गोली

रविवार सुबह करीब दस बजे जब सुभाष खेत पर गन्ने की फसल की रखवाली को गए थे। वह अपने ट्यूबवेल के पास खड़े थे कि तभी सचिन एक बाइक से अपने तीन अन्य साथियों के साथ पहुंचा। उसने पिता को घेर लिया और तमंचा तान दिया। यह देख सुभाष भागे तो सचिन ने पीछे से गोली चला दी, जो उनके हाथ को छूकर निकल गई। करीब तीन सौ मीटर भागने के बाद सुभाष गिर गए। 

गोली चलने से किसानों में मची भगदड़

इसके बाद सचिन व उसके साथियों ने एक गोली छाती के पास, एक कान के पास और एक हाथ में मारी। इसके बाद आरोपी फरार हो गए। गोलियां चलते देख आसपास मौजूद किसानों में भगदड़ मच गई। 

आरोपियों के जाने के बाद सुभाष का तहेरा भाई मुनेश व अन्य ग्रामीण पहुंचे, लेकिन तब तक सुभाष की मृत्यु हो चुकी थी। सूचना मिलते ही उघैती पुलिस के साथ बिल्सी पुलिस और बिल्सी सीओ सीपी सिंह मौके पर पहुंच गए। 

गाजियाबाद में दारोगा है मृतक का भाई

कुछ देर बाद एसएसपी डॉ. ओपी सिंह फॉरेंसिक टीम व एसओजी टीम के साथ पहुंचे। उन्होंने मौके का निरीक्षण कर जल्द राजफाश के निर्देश दिए। पुलिस टीम ने मौके से दो खाली कारतूस बरामद किए हैं। तहेरे भाई मुनेश ने बताया कि सुभाष के भाई अशोक गाजियाबाद में दारोगा हैं। उनके आने के बाद ही प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।

बेची गई जमीन के रुपये और शेष जमीन को अपने नाम न करने से नाराज बेटे सचिन ने पिता सुभाष की अपने साथियों के साथ मिलकर गोली मारकर हत्या की है। आरोपियों की तलाश के लिए टीमें लगी हैं। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। 

-डाॅ. ओपी सिंह, एसएसपी।

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