Move to Jagran APP

सन्मति सागर महाराज की प्रथम पुण्य तिथि आज

By Edited By: Updated: Sun, 16 Mar 2014 04:17 AM (IST)
Hero Image

बागपत : बड़ागांव के त्रिलोकतीर्थ धाम के प्रणेता आचार्य विद्या भूषण सन्मति सागर महाराज की प्रथम पुण्य तिथि रविवार यानी आज मनाई जाएगी। इस अवसर पर विभिन्न आध्यात्मिक कार्यक्रम होंगे। समारोह में शामिल होने के लिए दूरदराज से जैन श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है।

आचार्य की प्रेरणा से शुरू हुए कार्य

देवलोक प्राप्त आचार्य विद्याभूषण सन्मति सागर महाराज ने भगवान महावीर के 2500 वें निर्वाण महोत्सव पर धर्म प्रभावना एवं सम्यक ज्ञान प्रचार का कार्य प्रारंभ किया था। मध्य प्रदेश के सागर नगर में स्याद्वाद परिवार की स्थापना कर धर्म के कार्य शुरू किए। स्याद्वाद परिवार की देशभर में करीब तीन हजार शाखाएं निरंतर समाज सेवा व धर्म प्रभावना में जुटी हैं। उनकी करीब 150 से अधिक कृति हैं। उनके नाम पर बड़ागांव में एक पुस्तकालय भी है, जिसमें हजारों धर्म ग्रंथ संरक्षित एवं सुरक्षित हैं।

अधूरा रह गया था त्रिलोक तीर्थ का सपना

बड़ागांव में विश्व की अलौकिक कृति त्रिलोकतीर्थ धाम मंदिर निर्माण पूरा होने का सपना उनका अधूरा रह गया था। मंदिर पूरा होने से पूर्व ही महाराज श्री देवलोक को प्राप्त हो गए थे। मंदिर निर्माण कार्य कई वर्षों से जारी है। उनका दावा था कि दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से मंदिर के दर्शन हो सकेंगे। भूमिगत110 फुट नीचे से लेकर ऊपर 184 फुट तक बनने वाले मंदिर में लिफ्ट के माध्यम से तीनों लोकों के प्रतीकात्मक दर्शन होंगे। मंदिर के शिखर पर 31 फुट ऊंची 330 टन की अष्टधातु से निर्मित भगवान आदिनाथ की विशाल प्रतिमा का निर्माण पूर्णता की ओर है। प्रतिमा को विराजमान करने के लिए 21 फुट का कमल आसन बनाया गया है। त्रिलोकतीर्थ धाम के प्रबंधक त्रिलोक चंद जैन के अनुसार, मंदिर की अनुमानित लागत 1000 करोड़ से अधिक होगी। अमेरिकी कंपनी मंदिर के शिखर पर ही मूर्ति का निर्माण कर रही है।

फरवरी 2015 में होगा पंच कल्याणक

त्रिलोकतीर्थ धाम के अध्यक्ष गजराज गंगवाल व प्रबंधक त्रिलोक चंद जैन ने बताया, आचार्य ज्ञान सागर महाराज के सानिध्य में मंदिर का पंच कल्याणक फरवरी 2015 में होगा। इसमें देश विदेश से अनेक संत व गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।