बागपत में 51 बेटियों ने एक दिन के लिए अधिकारी बनकर जिले के विभिन्न विभागों और अस्पतालों की कमान संभाली। बेटियों ने फरियादियों की समस्याएं सुनीं और समाधान के निर्देश दिए। इस अनूठे कार्यक्रम ने बेटियों में अधिकारी बनने का सपना जगाया है । बेटियों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली को करीब से समझा और अपने अनुभव भी साझा किए ।
जागरण संवाददाता, बागपत। जिले में सोमवार को 51 बेटियों को एक दिन का अफसर बनाया गया। बेटियों को कार्यालय में अधिकारियों ने चार्ज सौंपे। अधिकारी बनी बेटियों ने फरियादियों की समस्याएं सुनी और समाधान के निर्देश दिए। बेटियों ने अब अफसर बनने का सपना संजो लिया है। अधिकारियों ने भी उनके भविष्य काे लेकर मार्गदर्शन किया।
महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन हेतु शारदीय नवरात्र पर शुरू हुए मिशन शक्ति अभियान के पांचवें चरण में एक दिन की अधिकारी कार्यक्रम में बेटियों ने प्रशासन के विभिन्न विभागों और अस्पतालों की कमान संभाली। कार्यालयों में पहुंचे फरियादी तो चौंक गए, फिर अपनी शिकायत रखी। बेटियों के चेहरे पर अलग ही खुशी झलक रही थी।
जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, थानाध्यक्ष, चिकित्सा अधीक्षक, विभाग प्रमुख समेत कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी संभाली। फरियादियों की शिकायतों को सुनकर संबंधित को निस्तारण के आदेश दिए। युवतियों ने सांकेतिक भूमिका का निर्वहन किया और प्रशासन की कार्यप्रणाली को करीब से समझा। श्रीराम कालेज में बीएलएड की छात्रा कुमारी अलिश ने जिलाधिकारी की जिम्मेदारी का निर्वहन किया।
खेकड़ा कोतवाली पर एक दिन की कोतवाल बनी वंशिका। जागरण
समस्याओं को लेकर पहुंचे लोगों के पक्ष को बड़े गौर से सुना और कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने अलिश के उत्साह और समर्पण की प्रशंसा की। एसपीआरसी कालेज बागपत में नैथला निवासी एमए की छात्रा सुषमा त्यागी ने एसपी के दायित्वों का सांकेतिक रूप से निर्वहन किया। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने सुषमा को सिविल सेवा तैयारी हेतु आवश्यक मार्गदर्शन भी दिया।
बागपत में एसपी कार्यालय में महिला की समस्या सुनतीं एक दिन के लिए एसपी बनीं सुषमा त्यागी। सौ. पुलिस विभाग
यूथ लीडर अमन कुमार ने सांकेतिक पुलिस अधीक्षक सुषमा त्यागी और पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय को सुझाव पत्र प्रस्तुत किया। एसपी ने सुझाव का संज्ञान लिया। सुषमा त्यागी ने महिला उत्पीड़न, भूमि विवाद, साइबर फ्राड शिकायतों की भी सुनवाई की। सुषमा त्यागी ने कहा कि एसपी की भूमिका में उन्हें एक नए दृष्टिकोण से सभी घटनाओं को देखने का मौका मिला है जो वास्तव में बेहद प्रेरक रहा।
राजकीय इंटर कालेज बड़ौत की छात्रा महिमा चौधरी सीडीओ, इसी कालेज की वैशाली को सीएमओ, साहिन को सीएमएस, खुशी शर्मा को डीआइओएस, प्रिया को बीएसए सहित विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई। जिलाधिकारी ने कहा कि यह कार्यक्रम नारी शक्ति को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बेटियों ने आज जिस प्रकार का नेतृत्व दिखाया है, वह हमारे समाज के लिए प्रेरणादायक है।
अस्पताल का किया निरीक्षण
एक दिन की सीएमओ वैशाली और सीएमएस साहिन ने पहले चार्ज संभाला और फिर जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इमरजेंसी से लेकर ओपीडी, लैब और वार्ड का निरीक्षण कर मरीजों से बातचीत की। उनके स्वास्थ्य का हाल जाना। महिला अस्पताल में भी निरीक्षण के लिए पहुंची। सीएमओ डा. तीरथ लाल और सीएमएस डा. एसके चौधरी ने स्वास्थ्य से संबंधित सभी जानकारी दी।
सभी बेटियों ने किया अनुभव साझा
एक दिन की अधिकारी बनी सभी बेटियां कार्य पूरा कर विकास भवन पहुंचीं। यहां पर उन्होंने अपने अनुभव साझा किए। बताया कि अब उनका लक्ष्य अधिकारी बनना है। अपने भाई-बहनों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगी।
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