बागपत: एक हजार मकानों में बांग्लादेशी या पाकिस्तानियों के रहने की जांच करें अधिकारी, सांसद प्रतिनिधि की मांग
बागपत सांसद सत्यपाल सिंह के प्रतिनिधि प्रदीप सिंह का कहना है कि नगर पालिका में मकान की रजिस्ट्री के आधार पर शुल्क जमाकर स्वामी का नाम दर्ज किया जाता है। पिछले दो सालों में करीब एक हजार मकानों की रजिस्ट्री नहीं हुई लेकिन खरीद-फरोख्त दिखाकर नाम दर्ज किए गए।
By Jagran NewsEdited By: Parveen VashishtaUpdated: Sat, 26 Nov 2022 07:15 PM (IST)
बागपत, जागरण संवाददाता। नगर के एक हजार मकानों के स्वामियों के नाम बिना रजिस्ट्री के दर्ज कर दिए गए। मकान यमुना नदी क्षेत्र में हैं या शत्रु संपत्ति में बने हैं। इसका कुछ नहीं पता। इस मामले को उठाते हुए सांसद प्रतिनिधि ने आरोप लगाया है कि इन मकानों में रहने वाले लोगों के वोट भी बना दिए गए। ये लोग कौन हैं ? बांग्लादेशी या पाकिस्तानी। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच की मांग डीएम से की है।
पिछले दो साल में करीब एक हजार मकानों की रजिस्ट्री नहीं
शनिवार को कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में सांसद प्रतिनिधि ठाकुर प्रदीप सिंह ने बताया कि नगर पालिका में मकान की रजिस्ट्री के आधार पर शुल्क जमाकर स्वामी का नाम दर्ज किया जाता है। वहीं पिछले दो सालों में करीब एक हजार मकानों की रजिस्ट्री नहीं हुई, लेकिन 50 से सौ रुपये के स्टाम्प पर 12 से 16 लाख रुपये तक मकानों की खरीद-फरोख्त दिखाकर स्वामियों के नाम दर्ज किए गए। इन मकान स्वामियों से कोई शुल्क भी नहीं लिया गया।
स्टाम्प चोरी, मकान स्वामियों व वोट बनने की जांच कराने की मांग
सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि ये मकान शत्रु संपत्ति या यमुना नदी क्षेत्र में बने हैं। साथ ही अधिकांश मकान स्वामी अल्पसंख्यक समुदाय से हैं। ये लोग कौन हैं बांग्लादेशी या पाकिस्तानी। इसका भी किसी को नहीं पता। इन लोगों के वोट भी बना दिए गए। सांसद प्रतिनिधि ने बताया कि पूरे मामले की शिकायत डीएम से करते हुए स्टाम्प चोरी, मकान स्वामियों व वोट बनने की जांच कराने की मांग की है। डीएम ने पूरे मामले की जांच को टीम गठित कर दी है।--यह भी पढ़ें: शुगर मिल में लगी आग, जान बचाने को बिल्डिंग से कूदे चीफ इंजीनियर की मौत, देखें तस्वीरें
तलाशी में छात्र से मिला मोबाइल, बाइक की चेन
बागपत, जागरण संवाददाता। रटौल के सेंट मेरी इंटर कालेज में पिछले दिनों दो छात्र गुटों में बीच विवाद हुआ था। मामला दो संप्रदाय के छात्रों के बीच का होने से कई दिन दोनों गांव के लोगों में तनाव रहा था। एसपी की दखल के बाद मामला शांत हुआ था। इसके बाद से कालेज प्रशासन ने छात्रों का मोबाइल लाना प्रतिबंधित कर दिया था। शनिवार को शिक्षक छात्रों की तलाशी ले रहे थे। एक छात्र के बैग से मोबाइल फोन व बाइक की चेन मिली। इससे कालेज स्टाफ व छात्रों हड़कव मच गया। प्रधानाचार्य आलोक मसीह ने बताया कि उन्हें रूटीन चेकिंग के दौरान छात्रों से केवल मोबाइल फोन मिले हैं। चेन मिलने की बात निराधार है। मोबाइल लाने पर छात्र पर कार्रवाई की जायेगी।
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