न पैसे मिले और न ही भैंस... यू-ट्यूब वीडियो देखकर फंस गया किसान; साइबर ठग ने भी चालाकी से मनवा ली अपनी बात
जलालपुर के एक किसान को यू-ट्यूब पर भैंस खरीदने के दौरान साइबर ठगी का शिकार होना पड़ा। किसान ने 1.36 लाख रुपये ट्रांसफर किए लेकिन भैंस नहीं मिली और न ही रुपये वापस मिले। पीड़ित किसान ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर मनोज कुमार चहल ने बताया कि भूरा की तहरीर पर सोनू निवासी जयपुर राजस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जागरण संवाददाता, बड़ौत। जलालपुर गांव का रहने वाला एक किसान यू-ट्यूब पर भैंस की खरीद फरोख्त करने पर साइबर ठगी का शिकार हो गया है। किसान ने यू-ट्यूब पर भैंस को देखकर मालिक से संपर्क किया तो वह साइबर ठग निकला और उसने किसान से 1.36 लाख रुपये अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करा लिए। उसके बाद भैंस भेजी न रुपये। पीड़ित किसान ने आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
जलालपुर गांव के रहने वाले भूरा पुत्र रोजूद्दीन ने पुलिस को बताया कि उसने यू-ट्यूब पर लगभग 12 किलोग्राम की दुधारू भैंस को पंसद किया था। उसने यू-ट्यूब के माध्यम से ही भैंस मालिक से संपर्क किया और भैंस खरीदना 1.36 लाख रुपये में तय कर लिया। भैंस मालिक सोनू पुत्र फूलचंद पाट्या की ढाणी जयरामपुरा गांव जयपुर जनपद राजस्थान का रहने वाला है। भैंस मालिक ने उससे रुपये ट्रांसफर करने के बाद ही भैंस को भेजने की शर्त रखी।
अलग-अलग नंबरों से भेजे पैसे
भूरा ने बताया कि वह आरोपित के बहकावे में आ गया और उसने अलग-अलग नंबरों पर उसे भैंस की कीमत का 1.36 लाख रुपये का अग्रिम भुगतान कर दिया। उसके बाद आरोपित ने उसके पास भैंस भेजी न रुपये वापस किए। रुपये मांगने पर आरोपित उसे बहकाता रहा, लेकिन बाद में मोबाइल का स्विच ही आफ कर लिया। इंस्पेक्टर मनोज कुमार चहल ने बताया कि भूरा की तहरीर पर सोनू निवासी जयपुर, राजस्थान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।साइबर ठगी का शिकार हुआ युवक
अहार: साइबर ठगों ने क्षेत्र के गांव बढ़पुरा के युवक को शिकार बनाया है। मोबाइल पर एक लिंक भेजकर युवक के खाते से एक लाख रुपये उड़ा लिए। क्षेत्र के बढ़पुरा निवासी मुश्ताक ने थाने में तहरीर देकर बताया कि उसके मोबाइल पर मई माह में किसी अनजान व्यक्ति द्वारा एक लिंक भेजा गया।इसके माध्यम से उसने अपनी कंपनी का प्रचार-प्रसार करने के लिए अच्छे कमीशन का लालच देकर दो बार में एक लाख रुपये की ठगी का शिकार बना लिया। करीब छह माह प्रतीक्षा करने के बाद पीड़ित को ज्ञात हुआ की वह साइबर ठगी का शिकार हो गया है।
उसने साइबर ठगों में खिलाफ थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।थाना प्रभारी यंग बहादुर सिंह ने बताया कि साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराने के लिए एक नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी किया गया है। अगर आप ऐसे किसी अपराध के शिकार होते हैं, तो तुरंत काल कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते है। शिकायत दर्ज होते ही साइबर-क्राइम सेंटर सक्रिय हो जाता है। जिससे आपकी रकम वापस होने की संभावना रहती है।
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