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यूपी में आयुष्मान कार्ड बनाने में हुआ झोल, अस्पताल में उपचार कराने गए तो सामने आई सच्चाई

उत्तर प्रदेश में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने का मामला सामने आया है। बागपत में एक महिला आरोग्य मित्र पर आरोप है कि उसने कई लोगों से पैसे लेकर उनके फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाए। जब लोग इन कार्डों का इस्तेमाल करके अस्पताल में इलाज कराने गए तो उन्हें फर्जी बताया गया। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आरोपित महिला आरोग्य मित्र को नौकरी से हटा दिया है।

By Kapil Kumar Edited By: Aysha Sheikh Updated: Wed, 02 Oct 2024 01:36 PM (IST)
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आयुष्मान वार्ड में इलाज कराते लोग - प्रतीकात्मक तस्वीर।
जागरण संवाददाता, बागपत। फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आरोपित महिला आरोग्य मित्र को नौकरी से हटा दिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। ग्राम निबाली के किसान धर्म सिंह ने सोमवार को कोतवाली पर शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि एक साल पहले बागपत सीएचसी पर तैनात आरोग्य मित्र प्रियंका ने छह हजार रुपये लेकर उनका, उनकी पत्नी पिंकी और बेटी 16 वर्षीय वंशिका का आयुष्मान कार्ड बनाया था।

फर्जी आयुष्मान कार्ड...

अस्पताल में उपचार कराने के लिए पहुंचे तो आयुष्मान कार्ड फर्जी बताए गए। इस तरह की शिकायत स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को पहले भी प्राप्त हुई थी। आउटसोर्सिंग कंपनी के रीजनल मैनेजर ने बागपत पहुंचकर मामले की जांच भी की। मामला सुर्खियों में आने पर आखिरकार कार्रवाई हो गई।

मुख्य चिकित्साधिकारी डा. तीरथ लाल का कहना है कि इस मामले में आरोग्य मित्र प्रियंका को नौकरी से हटाया गया है। कोतवाली प्रभारी दीक्षित कुमार त्यागी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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